बदलते मौसम में हृदय रोगी हो जांए सावधान, 10 रुपये की किट में बचेगी जान
कानपुर, 09 दिसम्बर (हि.स.)। मौसम में बदलाव हो रहा है और हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हृदय रोग संस्थान (कार्डियोलॉजी) में हृदय रोगियों की संख्या बढ़ने लगी है। ऐसे में हृदय रोग संस्थान के प्रोफेसर डॉ नीरज कुमार ने कहा कि सावधानी बहुत जरुरी है। यही नहीं उन्होंने 10 रुपये की एक किट भी तैयार की है जो हदय घात को रोकने में कुछ घंटे तक कारगर साबित होगी। इसके बाद अस्पताल में आपरेशन के जरिये रोगी को बचाया जा सकेगा।
प्रोफेसर डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि बदलते मौसम में हदय रोग से सम्बंधित मरीजों की संख्या बढ़ने लगती है। इसके पीछे खान पान है जिस पर व्यक्ति नियंत्रण नहीं रखता और कोलेस्ट्राल को शरीर के अन्दर बढ़ा लेता है जो कि हार्ट अटैक का कारण बनता है। इसके साथ ही शारीरिक व्यायाम भी नहीं हो पाता। ब्लड प्रेशर के ज्यादा बढ़ने से भी मरीज हार्ट अटैक और स्ट्रोक का शिकार हो सकता है। अब ऐसे में अगर मरीज को सही समय पर अस्पताल न पहुंचाया जाए तो उसकी जान जा सकती है। अस्पताल पहुंचने से पहले मरीज की स्थिति जानलेवा न हो उसके लिए संभावित रोगियों को 10 रुपये की किट जो तैयार की गई है उसको सदैव साथ लेकर चलना होगा। इस किट में केवल तीन दवाओं इकोस्प्रीन, सोर्बिट्रेट व रोजावास 20 मिलीग्राम रखना होगा। हार्ट की समस्या होने पर मरीज को यह दवाएं दे दी जाए तो मरीज को अस्पताल में बचाना आसान होगा। या यूं कहे कि ऐसे मुश्किल समय में इतनी सस्ती और किफायती किट जान बचाने में सबसे बडी मददगार और कारगर साबित हो सकती है।
उन्होंने बताया कि जब भी दिल में दर्द होना शुरू होता है तो इसके लक्षण स्वतः ही दिखाई देने लगते है जैसे सांस लेने में तकलीफ होना। गर्दन, सीने में दर्द, बेचौनी होना, पीठ और बांयी बांह में दर्द का होना, ठंड में पसीना आना, चक्कर आना। थकान महसूस होना और सीने में जलन जैसे लक्षण बताते है कि दिल का दौरा कभी भी पड़ सकता है।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/बृजनंदन