वाराणसी में घर-घर मच्छरों का लार्वा खोज रहे स्वास्थ्य कर्मी
—डेंगू आदि की रोकथाम के लिए की जा रहीं निरोधात्मक कार्यवाई
—मच्छरों का लार्वा पाये जाने पर 91 घरों को नोटिस
वाराणसी, 21 अगस्त (हि.स.)। बरसात के मौसम में मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग गंभीर है। विभाग को डूडा के सहयोग से 30 डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स मिले हैं, जो नगर के पूर्व से चिन्हित हॉट स्पॉट क्षेत्रों यानि उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में घर–घर जाकर मच्छरों के लार्वा की जांच कर रहे हैं। जिन घरों में बार–बार लार्वा पाया जा रहा है, उन्हें नोटिस दिया जा रहा है। साथ ही सतर्क और सावधान रहने की अपील की जा रही है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मी ग्रामीण व नगर क्षेत्र के पूर्व से चिन्हित हॉट स्पॉट क्षेत्रों में लगातार निरोधात्मक कार्यवाई कर रहे है। इसके लिए स्क्रीनिंग और जागरूकता कैंप लगाए जा रहे हैं। साथ ही डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स घर–घर जाकर मच्छरों का लार्वा खोजने और स्रोत काे नष्ट करने का कार्य कर रहे है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम नगर निगम और पंचायती राज विभाग के सहयोग से ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में एंटी लार्वा का छिड़काव और फॉगिंग भी कर रही है। डेंगू के रोगियों के उपचार के लिए प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और सभी सरकारी चिकित्सालयों में मच्छरदानी युक्त बेड आरक्षित किए गए हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी शरद चंद पाण्डेय ने बताया कि एक अगस्त से 30 डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स घर–घर जाकर मच्छरों का लार्वा खोजने का कार्य कर रहे हैं। अब तक करीब 22 हजार 260 घरों का भ्रमण किया गया, जिसमें 56 हजार 40 स्थानों और पात्रों पर लार्वा स्रोत पाये गए। 91 ऐसे घर पाये गए जहां बार-बार लार्वा स्रोत पाये गए, उन घरों को नोटिस दिया गया। एक अगस्त से अब तक करीब 1097 बुखार के मरीज पाये गए। जांच में कोई भी मलेरिया पॉज़िटिव नहीं मिला जबकि डेंगू का एक संभावित व्यक्ति मिला है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी / डॉ.कुलदीप त्यागी