हनुमानजी मंगल करने वाले हैं और अमंगल को हरने वाले हैं : पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

 




















मुरादाबाद, 20 मार्च (हि.स.)। हनुमान जी मंगल करने वाले हैं और अमंगल को हरने वाले हैं। संतुष्टि पाने के लिए हनुमान जी को पाना पड़ेगा। यह लाइनें मुरादाबाद स्थित लोहिया स्टेट सेक्टर 6 में श्री राम बालाजी धाम बाबा नीव करोरी आश्रम ट्रस्ट व लोहिया मानव कल्याण ट्रस्ट के तत्वावधान में तीन दिवसीय श्री हनुमंत कथा के अंतिम दिन बुधवार को भक्तों को संबोधित करते हुए बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज ने कही।

महाराज धीरेंद्र शास्त्री ने भजन कलयुग में सिद्ध हो देव तुम्हीं, हनुमान तुम्हारा क्या कहना, तेरी भक्ति का क्या कहना तेरी शक्ति का क्या कहना, सीता की खोज करी तुमने तुम सात समुंदर पार गए, लंका को किया श्मशान प्रभु बलवान तुम्हारा क्या कहना, कलयुग में सिद्ध देव तुम्हीं हनुमान तुम्हारा क्या कहना... सुनते हुए हनुमान जी की महिमा का अलौकिक वर्णन श्री हनुमान चालीसा की चौपाइयों के माध्यम से किया। महाराज श्री ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिक मंगल पर जीवन ढूंढ रहे हैं हम जीवन में मंगल ढूंढ रहे हैं। हनुमान जी सुमति देने वाले और कुमति मिटाने वाले हैं कुमति घर में होती है तो सब अमल होता है सुमति घर में होती है तो सब मंगल ही मंगल होता है हनुमान जी की नित्य प्रतिदिन पूजा पाठ करें उनके चरित्र को अपने जीवन में उतरे।

महाराज धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि कथा आत्मा में परमात्मा का दर्शन करती है। अंधकार से प्रकाश की और लेकर जाती है। दुर्गति से गति की ओर लेकर जाती है। भगवान की भक्ति हृदय में ना हो तो सब अमंगल होता है। माता-पिता व गुरु का अपमान करने से भी सब अमंगल होता है। सत्संग कथा पुराण गलत लगना भी अमंगल कहलाता है।

इस अवसर पर मुख्य यजमान विनीत कुमार लोहिया, पीयूष लोहिया, अनमोल लोहिया, जयदेव यादव, पंकज सक्सेना, राकेश गुप्ता, देवेंद्र बिष्ट, विनीत गुप्ता, गौरव अग्रवाल, शैलेंद्र प्रकाश गुप्ता, प्रदीप कुमार गुप्ता, विनोद राय, जयदेव यादव, राजकुमार शर्मा, शुभम भारद्वाज, विकास गुप्ता, नितिन गुप्ता, अशोक सिंह, संजय तिवारी, राजेश सक्सेना, ज्ञानेंद्र देव शर्मा, धीरशांत दास, संजीव आकांक्षी, प्रदीप शर्मा, अजय गुप्ता, मोहित डूडेजा, रचित अग्रवाल, गिरीश चन्द्र, अमित गुप्ता, अविनाश गुप्ता, मनोज गुप्ता आदि उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/निमित जायसवाल