श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन की गौरव गाथा पाठ्यक्रम में शामिल की जाए : अभिषेक ठाकुर

 


-कारसेवकों के बलिदान से हुआ श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण : अभिषेक -शौर्य दिवस पर जय शिव सेना ने किया विजय ज्योति कलश पूजन

प्रयागराज, 06 दिसम्बर (हि.स.)। शनिवार को शौर्य दिवस के अवसर जय शिव सेना उत्तर प्रदेश के द्वारा हनुमान मंदिर बरगद घाट मीरापुर में विजय ज्योति कलश पूजन का आयोजन किया गया। जय शिव सेना के प्रांतीय अध्यक्ष अभिषेक ठाकुर ने विजय का शंखनाद करते हुए ज्योति कलश का दीप प्रज्ज्वलित कर विधि विधान पूर्वक आरती पूजन करते हुए श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के आंदोलन में बलिदान हुए कारसेवकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर उन्होंने केंद्र एवं प्रदेश सरकार से मांग की कि कारसेवकों की स्मृति में अयोध्या की पावन भूमि पर संग्रहालय का निर्माण किया जाए। जिससे की आने वाली पीढ़ी कारसेवकों के बलिदान को याद कर सके और नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम में श्री रामजन्म भूमि आंदोलन की गौरव गाथा काे शामिल किया जाए।

उन्होंने कहा कि कारसेवकों के बलिदान के कारण आज श्री राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण हुआ है। उनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि जय शिव सेना का संघर्ष राम जन्मभूमि मंदिर आंदोलन में रहा है और इस आंदोलन में जय शिव सेना के सैकड़ों सैनिकों ने अपने को समर्पित कर दिया, उन्हें नमन करता हूं। राम जन्मभूमि मंदिर का आंदोलन भले ही समाप्त हो गया हो, लेकिन हमारा संघर्ष तब तक चलता रहेगा जब तक श्रीकृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ और अंखंड भारत का निर्माण नहीं हो जाता।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रांतीय महामंत्री राजेश केसरवानी ने कहा कि जब तक श्रीकृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ मंदिर का निर्माण कार्य पूरा नहीं होगा तब तक विश्राम नहीं होगा। इस अवसर पर डॉ. हरीश चंद्र मालवीय, मोनू सेठ, रजत सोनकर, रोशनी अग्रवाल, अभिलाष केसरवानी, अजय अग्रहरि, सरदार पतविंदर सिंह, राजेश श्रीवास्तव, अखिलेश श्रीवास्तव, हरी मोहन मालवीय, शिवम अग्रहरी, मंजूषा सिंह, संजना सक्सेना, सुनीता यादव, रानी चौरसिया, शोभा गुप्ता, कमल शुक्ला सतेन्द्र शर्मा अनुभव श्रीवास्तव आदि सैकड़ों जय शिव सैनिक रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र