अघोर पीठ, श्री सर्वेश्वरी समूह संस्थान देवस्थानम में गुरू पूर्णिमा महोत्सव शुरू
-रविवार को सुबह 7.30 बजे से 'गुरु दर्शन', शाम को युवा एवं महिला सम्मेलन
वाराणसी, 20 जुलाई (हि.स.)। पड़ाव स्थित 'अघोर पीठ, श्री सर्वेश्वरी समूह संस्थान देवस्थानम्', अवधूत भगवान राम कुष्ठ सेवा आश्रम में तीन दिवसीय गुरू पूर्णिमा महोत्सव एवं श्री सर्वेश्वरी समूह के 'अखिल भारतीय 63वें वार्षिक अधिवेशन की शुरुआत शनिवार को सफाई एवं श्रमदान से हुआ। अधिवेशन में शाम को शाखा पदाधिकारियों ने विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया।
श्री सर्वेश्वरी समूह के संयुक्त मंत्री अरविंद सिंह के अनुसार गुरुपूर्णिमा पर्व पर रविवार को प्रातः 06.15 से 7.15 के बीच सर्वेश्वरी ध्वजोत्तोलन एवं सफलयोनि का पाठ होगा। इसके बाद 7.30 बजे से 'गुरु दर्शन-पूजन', दोपहर 12 से 3 बजे तक प्रसाद वितरण, सायं 5 से 7 बजे तक 'विशिष्टजनों का उद्बोधन एवं पूज्य बाबा का आशीर्वचन, रात्रि 08 से 09 बजे तक भजन-कीर्तन होगा। तीसरे और आखिरी दिन 22 जुलाई सोमवार को प्रातः 07 से 08 बजे तक सफलयोनि का सामूहिक पाठ, 08 से 10 बजे तक 'श्री सर्वेश्वरी समूह का अखिल भारतीय वार्षिक अधिवेशन', सांयकाल 05 से 07 बजे तक 'युवा एवं महिला सम्मेलन' का आयोजन किया गया है।
पदाधिकारियोें ने सर्वेश्वरी समूह के वार्षिक प्रतिवेदन (2023-24) की भी जानकारी दी। बताया कि इस वर्ष लगभग एक लाख व्यक्तियों की आश्रम में चिकित्सा की गई जिसमें पंजीकृत रोगियों की संख्या 81,490 रही। संस्था के अधिकांश चिकित्सा शिविरों में रक्त शर्करा, हीमोग्लोबिन, यूरिक एसिड, लिपिड प्रोफाइल इत्यादि के निःशुल्क जाँच की भी व्यवस्था थी। उन्होंने बताया कि आश्रम स्थित 'अघोरेश्वर भगवान राम योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केंद्र' में सुदूर प्रान्तों से भी आये रोगियों के जटिल व्याधियों का निदान एवं उपचार किया जा रहा है। विकास के नाम पर वनों की अंधाधुंध कटाई व खनन इत्यादि से उत्पन्न पर्यावरणीय संकट से विलुप्त हो रहे पक्षियों के लिए 'पंक्षी को दाना, पंक्षी को पानी' अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में सर्वेश्वरी सैनिक गांवों व नगरों में पक्षियों के दाना-पानी के लिए मिट्टी के पात्र बांट रहे हैं। अवधूत भगवान राम नर्सरी विद्यालय में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले विद्यार्थियों को 'सर्वेश्वरी स्वर्ण पदक' एवं सम्बंधित कक्षा के वार्षिक शिक्षण शुल्क का क्रमशः शत प्रतिशत, साठ एवं चालीस प्रतिशत राशि के बराबर का चेक प्रदान किया गया। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में दर्शन-शास्त्र में स्रातक स्तर पर 'अघोराचार्य बाबा कीनाराम स्वर्ण पदक' और 'बाबा राजेश्वर राम स्वर्ण पदक' तथा स्रातकोत्तर स्तर पर 'अघोरेश्वर भगवान राम स्वर्ण पदक' और 'बाबा गुरुपद संभव राम स्वर्ण पदक' प्रदान किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी / प्रभात मिश्रा