काशी तमिल संगमम 4.0 के सांस्कृतिक संध्या में नमोघाट के मुक्ताकाशी प्रांगण में झूमे मेहमान
—कजरी लोक गायन में सुचरिता दास गुप्ता की टीम ने रंग जमाया,तमिल लोक नृत्य की धूम
वाराणसी, 4 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में चल रहे काशी तमिल संगमम के चौथे संस्करण में गुरूवार की शाम उत्तर वाहिनी गंगा के किनारे नमोघाट के मुक्ताकाशी प्रांगण में सर्द हवाओं के बीच सांस्कृतिक सन्ध्या में कलाकारों ने रंग जमाया।
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज एवं दक्षिण क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र तंजावूर संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त बैनर तले तमिलनाडु एवं काशी के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से लोगों को जमकर झुमाया। तीसरी सांस्कृतिक निशा में प्रथम प्रस्तुति संस्कृति मंत्रालय के कजरी व्याख्यान केंद्र के छात्रों की रही। छात्रों ने भजन एवं कजरी लोक गायन में देवी पचरा मइया झूले...गाकर मंच को परवान चढ़ाया। इसके बाद झुनझुन खोल ना....,हरहर करनी...., अंत में राम विवाह गीत बड़े ऊंचे......की प्रस्तुति से लोगों को भाव विभोर कर दिया। गायन का निर्देशन सुचरिता दास गुप्ता ने किया। इनके साथ तबले पर संगत राकेश रौशन, हारमोनियम पर पूनम शर्मा, बैंजो पर संजय कुमार, नाल पर अमित ने किया। इसी क्रम में द्वितीय प्रस्तुति रही आंशिका सिंह एवं ग्रुप, वाराणसी ने भजन गायन की। शुरूआत शिव भजन से किया। जिसके बोल थे ऊं नमः शिवाह, इसी क्रम में दूसरी प्रस्तुति गंगा गीत से जिसके बोल थे नमामि गंगे...., अंत में मेरे बाके बिहारी.... से गायन का समापन किया। इनके साथ कीबोर्ड पर सर्वेश प्रसाद, नाल पर रौशन, पैड पर बाबू कुमार ने संगत किया। तृतीय प्रस्तुति तमिल लोक नृत्य की रही। इसे भानुमति एवं दल, चेन्नई ने प्रस्तुत किया। नृत्य के अंतर्गत कोयलियाट्टम, मयिलाट्टम, कालीयाट्टम आदि की प्रस्तुति की गई।
चतुर्थ प्रस्तुति में काशी की खिलेश्वरी पटेल एवं दल ने भरतनाट्यम नृत्य प्रस्तुत किया। नृत्य के अंतर्गत गणेश कौतुवम, अलरिपु, तिल्लाना आदि की प्रस्तुति की गई। पंचम प्रस्तुति वाराणसी की डॉ जया रॉय एवं दल की रही। टीम ने कजरी एवं अवधी गीतों पर नृत्य प्रस्तुति की गई। गीत थे पिया मेहदी लिया दा...., कैसे खेलन जयबु...., सइयां मिले लड़कईया... आदि। छठवीं एवं अंतिम प्रस्तुति तमिल लोक नृत्य की रही। चेन्नई की भानुमति और उनकी टीम ने इसकी प्रस्तुति दी। नृत्य के अंतर्गत डम्मी हॉर्स, माडू मायिलाट्टम आदि की प्रस्तुति की गई। कार्यक्रम का संचालन अंजना झा ने किया।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी