चंद्रोदय मंदिर में त्रिदिवसीय कार्तिक उत्सव का अंतर्वेदी नौका विहार के साथ भव्य रंगारंग शुभारंभ
- श्रीराधा वृन्दावन चंद्र ने नौका रूपी कुंज महल में भक्तों को दिये दर्शन
- चंद्रोदय मंदिर में त्रिदिवसीय कार्तिक उत्सव का अंतर्वेदी नौका विहार के साथ भव्य रंगारंग शुभारंभ
- बैंगलोर, मैंगलोर, मैसूर, गोवहाटी, जयपुर, उदयपुर, रायपुर, भिलाई, अमृतसर, नोएडा, गुरूग्राम, दिल्ली, आगरा के भक्तगण हुए शामिल
मथुरा, 25 नवम्बर(हि.स.)। वृन्दावन स्थित चंद्रोदय मंदिर में कार्तिक मास उत्सव शृंखला में बीती रात शुक्रवार को त्रिदिवसीय कार्तिक उत्सव का भव्य रंगारंग शुभारंभ अंतर्वेदी नौका विहार उत्सव के साथ हुआ।
प्रतिष्ठित ठाकुर श्रीश्री राधा वृन्दावन चंद्र के श्रीविग्रह को पालकी के माध्यम से नौका विहार के लिए मंदिर प्रांगण स्थित सरोवर में लाया गया। जहां उन्हें नौका रूपी कुंज महल में विराजमान कर, वैदिक मंत्रोच्चारण और शंख ध्वनि के मध्य नौका विहार कराया। इस अलौकिक अवसर पर मंदिर का सम्पूर्ण परिसर राधा वृन्दावन चंद्र के जयकारों से गुंजायमान हो उठा।
उत्सव के दौरान भक्तों ने मंदिर प्रांगण स्थित सरोवर में गुलाब, गेंदा, गुलदावरी, चमेली, मोगरा, आर्किड आदि के पुष्पों की पंखुडियों से बड़ी मनमोहक एवं आकर्षक जल सांझी का निर्माण किया। इस अवसर पर भक्तों द्वारा कल्याणी में सुगंधित द्रव्य का प्रयोग कर, राधा वृन्दावन चंद्र को नौका रूपी कुंज में विराजमान किया। राधा वृन्दावन चंद्र के इस दिव्य एवं मनोहारी रूप के दर्शन के लिए मंदिर प्रांगण में भक्तों एवं श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड पड़ी।
नौका विहार के दौरान विभिन्न प्रकार के पुष्पों से आच्छादित नौका पर विराजमान ठाकुर जी के दर्शन कर, भक्त पुष्पवर्षा का आनन्द प्राप्त करते हुए भाव-विभोर हो गए। भक्तिमय वातावरण से परिपूर्ण इस अतुलनीय नौका विहार कार्यक्रम में चंद्रोदय मंदिर के विभिन्न केंद्रों के भक्तगण वृन्दावन पहुंचे। शयन आरती के दौरान भक्तों ने दामोदर अष्टकम का गान करते हुए, राधा वृन्दावन चंद्र के समक्ष दीपदान कर शुभाशीष प्राप्त किया।
कार्यक्रम में बैंगलोर, मैंगलोर, मैसूर, गोवहाटी, जयपुर, उदयपुर, रायपुर, भिलाई, अमृतसर, नोयडा, गुरूग्राम, दिल्ली, आगरा के भक्तगण उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/महेश/मोहित