गीता मानव जीवन को कर्तव्य, कर्म और नैतिकता का संदेश देती है : धर्मवीर प्रजापति
जौनपुर,21 दिसंबर (हि. स.)। यूपी जौनपुर में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार, होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा, उत्तर प्रदेश धर्मवीर प्रजापति ने रविवार को जनपद में राष्ट्रीय हित को समर्पित सनातन धर्म पर बौद्धिक संवाद एवं श्रीमद् भागवत गीता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सहभागिता की। यह कार्यक्रम दो अलग-अलग स्थानों पर सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का प्रथम आयोजन अमारी गांव में किया गया, जबकि द्वितीय आयोजन सामर्थ राजाराम दिव्यांग बालिका विद्यालय, घनश्यामपुर (बदलापुर) में विद्यालय के वार्षिकोत्सव के अवसर पर आयोजित हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि धर्मवीर प्रजापति ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सनातन धर्म सेवा, संस्कार और राष्ट्रहित का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने श्रीमद्भगवद्गीता के उपदेशों को जीवन में आत्मसात करने का आह्वान करते हुए कहा कि गीता मानव जीवन को कर्तव्य, कर्म और नैतिकता का संदेश देती है। दोनों ही कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य सनातन मूल्यों का प्रसार, नैतिक संस्कारों की स्थापना तथा सामाजिक सेवा को बढ़ावा देना रहा। इसी क्रम में घनश्यामपुर स्थित सामर्थ राजाराम दिव्यांग बालिका विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान दिव्यांग बच्चों को वस्त्र एवं पुस्तकें वितरित की गईं। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधक अजय सिंह द्वारा सभी अतिथियों को श्रीमद्भगवद्गीता भेंट कर सम्मानित किया गया।कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राज्यमंत्री धर्मवीर प्रजापति के साथ राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी सहित अनेक गणमान्य जनप्रतिनिधिगण और सम्मानितजन की उपस्थिति रही। प्रमुख रूप से अवधेश सिंह, आर०पी० सिंह, ज्ञान प्रकाश सिंह, विनय कुमार शाही, अजय सिंह, अशोक सिंह एवं अरुण कुमार सिंह सहित अन्य कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव