जीडीए के नवनियुक्त उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने पदभार संभाला

 












-विकास कार्यों में तेजी लाना ही मेरी प्राथमिकता:अतुल वत्स

गाजियाबाद,16मार्च(हि.स.)। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण(जीडीए) के नवनियुक्त उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने शनिवार को अपना पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में तेजी लाना उनकी प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि शासन की प्राथमिकता ही उनकी भी प्राथमिकता होगी। इससे पहले वह सुबह जीडीए कार्यालय पहुंचे और कार्यभार संभाला। इस दौरान जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह व अन्य अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।

उत्तर प्रदेश शासन ने लोकसभा चुनाव से पहले आईएएस अधिकारी अतुल वत्स को जीडीए का पूर्णकालिक उपाध्यक्ष बनाया है। इससे पहले श्री वत्स अलीगढ़ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष थे।

शासन ने बीते 6 वर्षों से गाजियाबाद के जिलाधिकारी को ही जीडीए के वीसी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा हुआ था। पिछले डेढ़ माह से गाजियाबाद के जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह जीडीए का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे।

वर्ष 2016 में तत्कालीन जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा स्टडी लीव पर विदेश गई थी, तब शासन ने तत्कालीन जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी को जीडीए का अतिरिक्त प्रभार सौंपा था, जिसके बाद वर्ष 2017 में कंचन वर्मा वापस विदेश से वापस लौटी और उन्हें फिर से जीडीए उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। कंचन वर्मा के तबादले के बाद जीडीए उपाध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार तत्कालीन जिलाधिकारी रहे राकेश कुमार सिंह को सौंप दिया गया था। शासन द्वारा 30 जनवरी 2024 को गाजियाबाद डीएम राकेश कुमार सिंह का तबादला जिलाधिकारी कानपुर के पद पर किया गया था। राकेश कुमार सिंह के स्थान पर इंद्र विक्रम सिंह को गाजियाबाद का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया था। तब शासन ने उन्हें जीडीए का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा था। पिछले डेढ़ माह से गाजियाबाद डीएम ही जीडीए उपाध्यक्ष का दायित्व संभाल रहे हैं।

अतुल वत्स वर्ष 2016 केआईएएस अधिकारी हैं।

हरियाणा के बहादुरगढ़ जनपद में स्थित कुलासी गांव के मूल निवासी अतुल वत्स का परिवार वर्तमान में सोनीपत में निवासी करता है। पिता सतीश कुमार आर्मी से रिटायर्ड है और कारगिल युद्ध में अपनी वीरता का लोहा मनवा चुके हैं। अतुल वत्स की शिक्षा हरियाणा के सैनिक स्कूल से हुई है। 12वीं कक्षा में उन्होंने 92प्रतिशत अंक हासिल किए थे। उन्होंने आगे की शिक्षा चंडीगढ़ स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज से की है। अतुल वत्स ने कॉलेज से बीटेक करने के बाद एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी की तलाश शुरू कर दी। जिसके बाद उन्हें जिंदल कंपनी में लाखों रुपए के पैकेज पर असिस्टेंट मैनेजर की नौकरी मिली, लेकिन उन्होंने वर्ष 2014 में नौकरी छोड़ यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।

हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली

/सियाराम