जीडीए बोर्ड बैठक में मास्टर प्लान 2031 के प्रारूप पर बनी सहमति

 








गाजियाबाद, 25नवम्बर(हि.स.)। विकास प्राधिकरण की 163 वीं बोर्ड बैठक शनिवार को मंडलायुक्त व प्राधिकरण की अध्यक्ष सेल्वा कुमारी जे की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में महायोजना-2031 के प्रारूप पर सहमति व्यक्त की गयी है। वहीं कन्सलटेंट ने महायोजना में गाजियाबाद विकास के क्षेत्र के लिए भविष्य में वाले विकास दृष्टिगत रखते हुए नये आवासीय, व्यवसायिक, औद्योगिक विकास आदि के समुचित प्रस्ताव दिए गए।

मेरठ स्थित मंडल आयुक्त कार्यालय के सभागार में संपन्न हुई बैठक में विगत बोर्ड बैठक के कार्य वृत्त की पुष्टि की गई और अनुपालन आख्या प्रस्तुत की गई। इसके अलावा बैठक में डीएफ कंसलटेंट ने महायोजना 2031 के प्रारूप का प्रस्तुतीकरण किया, जिसको अध्यक्ष व सभी सदस्यों ने अपनी सहमति जताई। जिसमें आवासीय 35.7 प्रतिशत, व्यवसायिक 2.09 प्रतिशत, औद्योगिक 10.1 प्रतिशत, मिश्रित भू उपयोग 2.4 प्रतिशत, मनोरंजन 19.8 प्रतिशत, पब्लिक/सेमी पब्लिक उपयोग के लिए 9.2 प्रतिशत, परिवहन 16.8 प्रतिशत का प्रस्ताव किया गया है। देश की प्रथम नमो रेपिडेक्स ट्रेन का संचालन गाजियाबाद होने की दृष्टिगत दृष्टिगत स्टेशन के आस-पास इन्फ्लुएन्स जोन एवं एसडीए क्षेत्र में वृहद स्तर के निर्माण किये जाने के लिए निश्चित भू उपयोग का प्रस्ताव दिया गया।

साथ ही यातायात की व्यवस्था के लिए नए ट्रक टर्मिनल, बस टर्मिनल, मार्गो के चौड़ीकरण चौराहों के डिजाइन एवं सौंदर्यीकरण जैसी योजनाएं प्रस्तावित की गई हैं। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए शहर में अनेक स्थानों पर प्रोसेसिंग साइट का प्रस्तावित दिया गया है। शहर की औद्योगिक एवं व्यवसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए वह उनके उचित प्रबंधन के लिए दो स्थानों पर सिटी लॉजिस्टिक्स प्लान के प्रस्ताव दिए गए। इस महायोजना में शहर के प्रदूषण को दूर करने और शहरवासियों के लिए पर्यावरण को सुदृढ़ एवं शहरी विकास क्षेत्र के अंतर्गत मानक से अधिक हरित क्षेत्र को विकसित करने का प्रस्ताव प्रेषित किया गया।

बैठक में जीडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह सचिव राजेश कुमार सिंह अपर सचिव क त्रिपाठी मुख्य अभियंता मानवेंद्र सिंह समेत बोर्ड के तमाम सदस्य उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली