मीरजापुर में सबकुछ बहा ले जाने को बेताब गंगा, लाेगाें ने छोड़े घर
- सदर में 95 तो चुनार में लगभग 70 हेक्टेयर कृषि क्षेत्रफल प्रभावित
मीरजापुर, 17 सितंबर (हि.स.)। मीजापुर में गंगा का जलस्तर बढ़ने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं, खासकर गंगा किनारे रहने वाले व खेती—किसानी करने वाले। उफनाई गंगा मानो सबकुछ बहा ले जाने को बेताब है। हालांकि इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है। किसानों की खेती की फसल डूब गई है तो वहीं सुरक्षा के दृष्टिगत कई लोग घर छोड़ चुके हैं।
मंगलवार को गंगा का जलस्तर 76.52 मीटर दर्ज किया गया। वर्तमान में गंगा एक सेंटीमीटर प्रतिघंटा के हिसाब से घट रही हैं। गंगा चेतावनी जलस्तर 76.724 मीटर तो खतरे का जलस्तर- 77.724 मीटर है। सदर तहसील क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों में सात नाव (तीन मोटर बोट व चार साधारण नाव) संचालित है। जबकि 252 लंच पैकेट वितरित बांटे गए हैं। वहीं चुनार तहसील क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों में आठ नाव (छह मोटर बोट व दो नाव) संचालित है और 100 लंच पैकेट वितरित किए गए हैं।
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने राजस्व विभाग, कृषि विभाग तथा उद्यान विभाग की संयुक्त टीम गठित कर बाढ़ से फसल क्षति का आंकलन कर रिपोर्ट मांगा है। वर्तमान में सदर तहसील क्षेत्र में 95 हेक्टेयर तो चुनार तहसील क्षेत्र में बाढ़ से लगभग 70 हेक्टेयर कृषि क्षेत्रफल प्रभावित है।
15 गोवंशों को बचाया, घर—घर टीकाकरण अभियान चलाया
गंगा नदी के समीपवर्ती गांव हरसिंहपुर व मलेपुर में पशुपालन विभाग ने कैंप लगाकर व घर—घर जाकर पशु टीकाकरण अभियान चलाया है। भटौली गांव में जल प्लावन के कारण फंसे 15 गौवंश को प्रशासन तथा पशुपालन विभाग की टीम ने स्थानीय लोग तथा मोटरबोट की मदद से गौवंश को बचाया है।
आठ परिवार के 42 सदस्य विस्थापित
छानबे ब्लाक के बीजर कलां गांव, तहसील सदर के समीप गंगा नदी में हो रहे कटान के दृष्टिगत ग्राम के समीपवर्ती कुल आठ परिवारों (कुल 42 सदस्य) को पंचायत भवन बीजर कलां में अस्थायी राहत कैंप में विस्थापित किया गया है। राहत कैंप में महिला—पुरुष के लिए अलग—अलग शिविर, शौचालय, सामुदायिक किचन की स्थापना, स्वास्थ्य विभाग के टीम की तैनाती, विद्युत आपूर्ति तथा स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की गई है।
बाढ़ प्रभावित पर कड़ी निगरानी, प्रशासन अलर्ट
प्रभावित गांवों में जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व शिव प्रताप शुक्ला, उप जिलाधिकारी सदर, चुनार व तहसीलदार सदर, चुनार निरंतर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी कर रहे हैं। उप जिलाधिकारी सदर एवं चुनार के स्तर पर बाढ़ प्रभावित आबादी को विस्थापित करने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की गई है।
चुनार तहसील क्षेत्र के फसल प्रभावित गांव
मझरा कला,पसियाही,रामगढ़ कला, पीपराही, धन्नूपुर,मझरा खुर्द, दीनानाथ उर्फ रतनपुर, धनैता, कांतापुर, प्रेमापुर, गांगपुर, भवानीपुर, बघेड़ी, बघेडा, मनिकपुरा, दामोदरपट्टी, चितरहा, केशवपुर, काशीपुर, सहसपुरा, बेला, पचेवरा।
सदर तहसील क्षेत्र के फसल प्रभावित गांव
पतारी तिवारी, नान्हुपुर, नौहां, खुटहां मौनस, हिरापट्टी, भटौली, जौसरा, बेदौली कला, बेदौली खुर्द, महड़ौरा, गौरा महड़ौरा, लालापुर, चक महड़ौरा, आराजी महड़ौरा, देवरी मु० बिरोही, बिलसड़ी, त्रिलोकपुर, सुखनई, छिल्पी, मवैया, तिलठी, मझरा, चक सेमरा, मिश्रधाप, मुजेहरा कला, मुजेहरा खुर्द, आहोपुर, दुल्लहपट्टी, चपउर कला, मझगंवा, लेडू, महदेवा, शिवमऊ, माधोपुर, अकोढ़ी, अक्सौली, साहोपुर, बरैनी, सबेसर।
बाढ़ के चलते हरसिंहपुर, मल्लेपुर, बेलवन गांव आवागमन बाधित है।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा