हमारे वर्तमान के लिए हेमू जैसे वीरों ने राष्ट्र पर अपना सर्वस्व न्योछावर किया: नीलकंठ तिवारी
-स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हेमू कालाणी को जयंती पर याद किया गया, सर्वोच्च बलिदान को नमन
वाराणसी, 23 मार्च (हि.स.)। स्वतंत्रता समर में महज 19 वर्ष की आयु में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर हेमू कालाणी की 101वीं जयंती पर शनिवार को उन्हें याद किया गया। जयंती पर हिन्दू युवा वाहिनी और त्रिशक्ति सेवा फाउंडेशन के संयुक्त बैनर तले संगोष्ठी में हेमू कालाणी के सर्वोच्च बलिदान को नमन किया गया। गोलघर स्थित पराड़कर स्मृति भवन के सभागार में आयोजित भारत के निर्माण में युवाओं का योगदान विषयक संगोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि हेमू कालाणी की गौरवगाथा युवाओं के लिए प्रेरणाश्रोत है।
संगोष्ठी में प्रदेश के पूर्व मंत्री और शहर दक्षिणी के विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी ने अमर शहीद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हेमू कालाणी को नमन किया। विधायक ने कहा कि हमारे वर्तमान के लिए हेमू कालाणी जैसे अनेक वीरों ने राष्ट्र पर अपना सर्वस्व न्योछावर किया। गर्व की बात है कि हेमू कालाणी जैसे वीर जिसने मात्र 19 वर्ष की अवस्था में भारत माता के लिए अपने प्राणों का बलिदान कर दिया।
विधायक ने कहा कि हिन्दू युवा वाहिनी ने ऐसे वीरों के नाम पर मण्डल का निर्माण किया है,गर्व का विषय है। संगोष्ठी में हिन्दू युवा वाहिनी के वाराणसी मंडल प्रभारी अम्बरीश सिंह भोला, सिन्धी समाज के वरिष्ठ नागरिक ओ पी बदलानी, रमेश लालवानी, साहित्यकार डॉ रामसुधार सिंह ने वीर के व्यक्तित्व को याद कर कहा कि मात्र 19 वर्ष की आयु में अमर शहीद हेमू कालाणी का प्राणोत्सर्ग सदैव याद रखा जाएगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता हेमू कालाणी मंडल के अध्यक्ष शिवांशु यादव ने किया। संगोष्ठी में वाहिनी के लोकसभा विस्तारक विनोद तिवारी, चन्दन रूपानी, लीलाराम सचदेवा, हाशानंद बदलानी, वाहिनी के बाबू यादव, शनि गुप्ता, ओमप्रकाश जायसवाल आदि ने भी भागीदारी की।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/आकाश