'श्री अन्न' के सेवन से कई गम्भीर बीमारी से बचाव सम्भव : प्रो. जीएस तोमर
--देश की अर्थव्यवस्था एवं स्वास्थ्य के लिए मिलेट्स जरूरी : डॉ बद्री तिवारी
प्रयागराज, 30 दिसम्बर (हि.स.)। विश्व आयुर्वेद मिशन की ओर से शनिवार को गोविंद वल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान में गठिया बचाव एवं उपचार में ‘श्री अन्न का महत्व’ पर संगोष्ठी के साथ निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। विश्व आयुर्वेद मिशन अध्यक्ष प्रो.(डॉ.) जी.एस तोमर ने बताया कि ‘श्री अन्न’ के सेवन से कई गम्भीर बीमारी से बचाव सम्भव है। इनमे कैल्शियम, आयरन एवं अन्य पोषक तत्व गेंहू और चावल से कई गुना अधिक हैं।
प्रो.(डा.) तोमर ने बताया कि श्री अन्न ज्वार बाजरा, रागी, साँवा, कोदो के सेवन से गठिया, बीपी, शुगर, कैंसर, कोलाईटिस जैसी गम्भीर बीमारी से बचाव सम्भव है। इनमे अधिक फाइबर युक्त एवं कम ग्लाईसिमिक इंडेक्स वाले ये अनाज पाचन सही रखते हैं, साथ ही मधुमेह से बचाते हैं। प्रतापगढ़ के चिकित्साधिकारी डॉ अवनीश पाण्डेय ने बताया कि मिलेट्स स्वास्थ्य के साथ जलवायु एवं किसानों के लिए आर्थिक रूप से उपयोगी हैं।
संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे संस्थान के निदेशक प्रो.बद्री नारायण तिवारी ने कहा कि युवाओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए भोजन में मिलेट्स को शामिल किया जाये। भारत के नेतृत्व में आज सम्पूर्ण विश्व ने उत्तम स्वास्थ्य के लिए श्री अन्न के महत्व को स्वीकार किया है। संस्थान के माध्यम से इस मुहीम को आगे बढ़ाने का प्रयास जारी रहेगा।
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज प्रयागराज की पूर्व शोध अधिकारी डॉ शांति चौधरी ने किशोरियों एवं महिलाओं में एनिमिया, पोस्ट मीनोपौसल समस्याओं में मोटे अनाज के फायदे बताये। डॉ शांति चौधरी ने बताया कि इस दौरान कुल 178 रोगियों का परीक्षण कर दवाएं वितरित की गयी।
स्वास्थ्य शिविर में डॉ जे.के तिवारी, डॉ अवनीश पाण्डेय, डॉ मुनीश मिश्रा, डॉ आशीष कुमार मौर्य, राजेन्द्र कुमार सिंह, मनीष त्रिपाठी, दीपा प्रजापति, अरुण जायसवाल, सुजीत पांडेय एवं अनिल मौर्य मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/बृजनंदन