भ्रष्टाचार पर योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, चकबंदी अधिकारी समेत चार निलंबित

 


लखनऊ, 01 नवंबर (हि.स.)। भ्रष्टाचार को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए एक चकबंदी अधिकारी समेत विभाग के चार कर्मियों को निलंबित कर दिया। इनमें तीन लेखपाल शामिल हैं। उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है।

प्रदेश के चकबन्दी आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बताया कि मऊ जिले में भ्रष्टाचार के मामले में वहां के तत्कालीन चकबंदी अधिकारी जगदीश कुमार और तीन लेखपाल इन्द्रजीत यादव, प्रमोद कुमार पाण्डेय व यशवन्त सिंह को निलंबित किया गया है। मऊ जिले के मोहम्मदाबाद गोहना तहसील स्थित सरसेना गांव के एक शिकायती पत्र को लेकर निदेशालय स्तर से जांच कराई गई तो पता चला कि तत्कालीन चकबन्दी अधिकारी जगदीश कुमार जो इस समय बलिया में तैनात हैं, ने 30 जून 2016 को एक आदेश पारित करके खेल कूद के मैदान के लिए भूमि सुरक्षित कर खातेदारों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया तथा यह आरक्षण बिना चकबन्दी समिति के प्रस्ताव के ही तथा बिना ग्राम सभा को नोटिस दिए पारित किया गया।

उन्होंने बताया कि इस अनियमितता को लेकर तत्कालीन चकबन्दी अधिकारी जगदीश कुमार को निलंबित करते हुए उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही प्रारम्भ की गई है। साथ ही गांव के अंतिम भूचित्र में गाटा संख्या-1278, 1275 व 1279 की आकृत कूटरचित तरीके से त्रुटिपूर्ण ढंग से बना के शिकायतकर्ता को क्षति कारित करने तथा अन्य खातेदारों को अनुचित लाभ पहुचाने के दोषी तत्कालीन चकबन्दीकर्ता, इन्द्रजीत यादव जो वर्तमान में सन्तकबीरनगर में तैनात हैं तथा प्रमोद कुमार पाण्डेय व यशवन्त सिंह, चकबन्दी लेखपालों को निलंबित करते हुये उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही करने व एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही अंतिम अभिलेख व भूचित्र में की गई त्रुटि को दुरुस्त करने के लिए जिलाधिकारी व जिला उप संचालक चकबन्दी से अनुरोध किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/ पीएन द्विवेदी/पवन