मोदी के समय में भारत में चार जातियां, गरीब महिला युवा और किसान : दिनेश शर्मा
गोण्डा, 04 फरवरी (हि.स.)। एक दिवसीय दौरे पर गोण्डा के कर्नलगंज में बीजेपी कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे उप्र के पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी के समय में भारत में चार जातियां हैं-गरीब, महिला, युवा और किसान।
कांग्रेस और राहुल गांधी की तीखी आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि इनको अपने पूर्वजों के गलती का सार्वजनिक रूप से माफी मांगना चाहिए। वहीं सरकार की उपलब्धियां का बखान करते हुए कहा कि जो बजट पेश किया गया है। वह 2047 तक विकसित भारत की एक इमारत है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को अपने पूर्वजों की गलती का ईश्वर से माफी मांगना चाहिए। उन्हें इस बात का पश्चाताप करना चाहिए कि राम का कोई अस्तित्व नहीं है। सेतुबंध रामेश्वरम नहीं है। राम जन्मभूमि का कोई प्रमाण नहीं है। इसके लिए उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगना चाहिए। अब कांग्रेसियों के सर पर मोदी फोबिया घूम रहा है। पहले यह लोग जगह-जगह जाकर चादर चढ़ाते थे। अजान करते थे। मैं कहता हूं कि वह कोई गलत बात नहीं है। लेकिन फिर यह लोग मंदिर जाने से क्यों डरते थे। यह बात एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे यूपी के पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा।
उन्होंने कहा कि यह लोग मंदिर जाने से डरते थे। मुझे इस बात की खुशी है कि अब तिलक लगाने लगे हैं। हनुमान चालीसा पढ़ते हैं। ये वही लोग हैं। जो कहते थे। वहां मत जाना वह राम मंदिर नहीं है। अस्पताल बनवाने की बात करते थे। उन्होंने कहा कि क्या यह अच्छे दिन नहीं है। भारत के लोगों की मानसिकता बदल गई।
राहुल गांधी पर तंज करते हुए कहा कि उनका टीका तो दिखता है। लेकिन उनका जनेउ नहीं दिखा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग पाकिस्तानी मुगल मानसिकता का जीवंत उदाहरण है। उनके अंदर से रुक-रुक कर पाकिस्तानी बोल निकल आता है। ओवैसी के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने आडवाणी के त्याग और बलिदान को नहीं बताया। उन्होंने पाकिस्तान के विभाजन की विभीषिका देखी है। जहां पर वह रहते थे। आडवाणी ने इस देश को एक करने के लिए अपना पूरा जीवन न्योछावर कर दिया है। आडवाणी को लेकर अगर ओवैसी कोई बयान देते हैं। तो वह आसमान को देखकर थूकने जैसा है। वह उनके ऊपर ही गिरेगा।
अंतरिम बजट का बखान करते हुए उन्होंने कहा कि यह बजट 2047 तक विकसित भारत की एक इमारत है। इसमें चार स्तंभ है। इनका नाम है। गरीबी, महिला, युवा शक्ति और किसान यही चार स्तंभ है। इनका उन्नयन करना बजट और मोदी सरकार का मंतव्य है।
हम पहले यांची थे, अब दाता हैं
2014 में जब हमारी सरकार ने देश को संभाला था। हम हर मामले में दूसरे के ऊपर निर्भर थे। कोरोना काल आया। एक से 120 से ऊपर देशों ने हमें वैक्सीन दिया। हम पहले यांची थे। अब दाता है। आज अमेरिका जैसा देश भारत से पेरासिटामोल मंगा रहा है। सपा के पीडीए को परिभाषित करते हुए कहा कि इसमें पी का अर्थ है पीड़ित करना, डी का अर्थ है दगाबाजी करना और ए का अर्थ है अपराधियों को संरक्षण देना है। भाजपा की सरकार में ये पीडीए नहीं चलेगा। वर्तमान सरकार राम राज्य की परिकल्पना को साकार रूप देने की दिशा में काम कर रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/महेन्द्र
/राजेश