दलबदलू नेता के रूप में देखे जाते हैं पूर्व सांसद बालकृष्ण चौहान

 


मऊ, 05 अप्रैल (हि. स) । पूर्व सांसद बालकृष्ण चौहान ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया । इसके बाद बसपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। वह बसपा के टिकट पर 1999 में सांसद बने थे। 2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए इंडिया गठबंधन के समर्थन से समाजवादी पार्टी ने राजीव राय को अपना प्रत्याशी बनाया है वहीं एनडीए के समर्थन से सुभासपा से अरविंद राजभर को अपना उम्मीदवार घोषित किया।

बीएसपी ने अभी आधिकारिक तौर पर अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है । इसी को देखते हुए पूर्व सांसद बालकृष्ण चौहान कांग्रेस छोड़कर हाथी पर सवार हो गए। वर्ष 2004 में बालकृष्ण चौहान सपा के चंद्रदेव राजभर से चुनाव हार गए थे। 2009 में उन्हें बसपा से टिकट नहीं मिला और दारा सिंह चौहान को टिकट दे दिया गया। 2012 में पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर बसपा ने उनको निष्कासित कर दिया। इसके बाद बालकृष्ण चौहान सपा में शामिल हो गए थे। वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव में सपा ने राजीव राय को प्रत्याशी बना दिया उन्होंने वर्ष 2018 में सपा की सदस्यता छोड़कर बसपा का दामन थाम लिया। 7 मार्च 2019 को वह अपने समर्थकों के साथ लखनऊ में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। प्रत्याशी बनने के महत्वाकांक्षा को लेकर लगातार दल बदलते रहे। पुनः एक बार फिर कांग्रेस छोड़कर बसपा का दामन थाम लिया है । इसी आस में इस बार घोसी लोकसभा से प्रत्याशी बन जाँए ।

हिन्दुस्थान समाचार / वेद नारायण/बृजनंदन