शायर मुन्नवर राणा को पूर्व राज्यपाल राम नाईक ने दी श्रद्धांजलि
लखनऊ, 15 जनवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक ने मशहूर शायर मुनव्वर राणा के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है। राम नाईक ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि 'शायद मैं एक मात्र 'संघी' था जिसे शायर मुनव्वर राणा दिल से चाहते थे और खुलेआम इस बात का इजहार भी करते थे। उनका यह स्नेह मुझे हमेशा–हमेशा याद रहेगा'।
नाईक ने पुरानी तस्वीर साझा करते हुए याद किया कि जून 2017 में पीजीआई में जब किसी और को मिलने वे गए थे तब उन्हें बताया गया कि मुनव्वर राणा भी वहीं भर्ती हैं तो उन्होंने राणा से भेंट हालचाल जाना था। अपनी पुस्तक 'चरैवेति! चरैवेति!!' भेंट की थी। तब स्वस्थ होने के बाद उन्होंने मुझ पर लेख लिखा था।
उन्होंने लिखा था 'हमारी भारतीय राजनीति में राम नाईक साहब जैसे सौ दो सौ लोग पैदा हो जाते तो इस देश में दवा और अन्न के बगैर मरनेवालों की संख्या न के बराबर होती'।
राम नाईक ने आगे लिखा 'शायरी में ऊंचा ओहदा रखनेवाले शायर मुनव्वर राणा के यह शब्द आज भी मुझे भाव विभोर करते है'। उल्लेखनीय है कि शायर मुनव्वर राणा का रविवार रात इंतकाल हो गया था। आज उन्हें अंतिम विदाई दी जा रही है। गीतकार एवं शायर जावेद अख्तर जैसे लोग उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हो रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप/राजेश