परिषदीय विद्यालयों में क्लबों का गठन कराएगी योगी सरकार
लखनऊ, 29 नवंबर (हि.स.)। योगी सरकार ने परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के समग्र विकास के लिए विभिन्न प्रकार के क्लबों के गठन की दिशा में कदम बढ़ाया है। प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कम्पोजिट और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में पढ़ाई करने वाले बच्चों के सर्वांगीण विकास से जुड़ी यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत छात्रों में सामाजिक, भावनात्मक, सांस्कृतिक और शैक्षिक कौशल का विकास करने के उद्देश्य से की जा रही है।
इस सम्बन्ध में योगी सरकार के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह का कहना है कि गठित होने वाले क्लबों के माध्यम से बच्चों को विचारशीलता, नवाचार, रचनात्मकता और नेतृत्व क्षमता विकसित करने का अवसर मिलेगा, जिससे वे भविष्य के लिए बेहतर नागरिक बन सकेंगे। इस कदम से बच्चों के कौशल विकास के साथ-साथ पर्यावरण जागरूकता, खेल गतिविधियाँ, विज्ञान, गणित, और डिजिटल शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी उनकी रुचि बढ़ेगी। सरकार ने विभागीय अधिकारियों द्वारा समय-समय पर इन गतिविधियों का मार्गदर्शन करने और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को प्रेरित करने की व्यवस्था भी की है।
क्लब गठन का उद्देश्य
क्लबों का गठन बच्चों में विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता और कौशल विकास के लिए किया जा रहा है, जैसे कि पर्यावरण संरक्षण, खेल गतिविधियाँ, गणित, विज्ञान, नागरिक जिम्मेदारी और डिजिटल शिक्षा। यह क्लब बच्चों को निरंतर सीखने के अवसर प्रदान करेंगे और उन्हें व्यावहारिक ज्ञान, टीम भावना और नेतृत्व कौशल विकसित करने में मदद करेंगे।
इन क्लबों का होगा गठन
इको क्लब: पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण और जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
स्पोर्ट्स क्लब: खेल गतिविधियों के माध्यम से छात्रों की शारीरिक फिटनेस और टीम भावना का विकास।
गणित क्लब: गणितीय कौशलों को रोचक और आकर्षक बनाने के लिए पहेलियों और खेलों के माध्यम से।
विज्ञान क्लब: वैज्ञानिक सोच और तर्क क्षमता को प्रोत्साहित करना, प्रयोग और अनुसंधान के माध्यम से।
ज्योग्राफी क्लब: भूगोल विषय में छात्रों के आकर्षण को बढ़ावा देना और जलवायु, पर्यावरण और संसाधनों की समझ विकसित करना।
रीडिंग क्लब: पठन संस्कृति को बढ़ावा देना, बच्चों में पढ़ने की रुचि और सांस्कृतिक समझ विकसित करना।
सिविक सेन्स क्लब: सार्वजनिक व्यवहार और नागरिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
डिजिटल इनिशिएटिव क्लब: डिजिटल साक्षरता और तकनीकी कौशल में बच्चों को प्रशिक्षित करना।
कला, संगीत और नाटक क्लब: रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना और छात्रों को कला, संगीत और नाटक के क्षेत्र में प्रवीण बनाना।
हेल्थ एण्ड वेलबीईंग या योग क्लब: बच्चों के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक विकास के लिए योग और स्वास्थ्य संबंधित गतिविधियाँ।
क्लबों की गतिविधियाँ
क्लबों के माध्यम से विभिन्न गतिविधियाँ जैसे वृक्षारोपण, योग, गणितीय पहेलियाँ, विज्ञान प्रदर्शन, पठन गतिविधियाँ, सम-सामयिक घटनाओं पर चर्चा, निबंध प्रतियोगिता, वाद-विवाद, खेल प्रतियोगिताएँ और स्वास्थ्य व स्वच्छता अभियान आयोजित किए जाएंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन