उप्र में पछुआ हवाओं से छंटेगी धुंध, बादलों की बनी रहेगी आवाजाही

 




कानपुर, 14 नवम्बर (हि.स.)। हवाओं की दिशाएं उत्तरी पूर्वी की जगह उत्तरी पश्चिमी हो गई हैं। इससे आसमान में मौजूद धुंध भी छटेगी और प्रदूषण भी घटेगा। हालांकि इस दौरान बादलों की आवाजाही बनी रहेगी जिससे तेज धूप नहीं निकलेगी। मौसम विभाग का कहना है कि बारिश की कोई संभावना नहीं है और सर्दी में इजाफा होगा।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पाण्डेय ने मंगलवार को बताया कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर और दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के आसपास के क्षेत्रों पर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव के तहत, बंगाल की दक्षिणपूर्व खाड़ी और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से जुड़ने पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। ऊपरी क्षोभमंडल स्तर तक संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण का विस्तार दक्षिण-पश्चिम शब्दों को ऊंचाई के साथ झुका रहा है, इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने और 16 नवंबर के आसपास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक अवसाद में बदलने की संभावना है। एक और चक्रवाती परिसंचरण बंगाल की दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी के ऊपर है जो मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है। इससे उत्तर प्रदेश में मौसम सामान्य रहने की संभावना है और आसमान बादलों से भी घिरा रह सकता है पर बारिश के आसार नहीं दिख रहे हैं।

उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 26.8 और न्यूनतम तापमान 12.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 96 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 54 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 1.1 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी लेकिन वर्षा की कोई संभावना नहीं है।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/सियाराम