पारम्परिक खेती के साथ आमदनी वाले खेती से जुड़कर आमदनी बढ़ाएं किसान: दिनेश प्रताप सिंह

 


- राज्यमंत्री ने किया नौ सम्पर्क मार्गाे के शिलान्यास, मिनी सेंटर आफ एक्सीलेंस का लोकार्पण

मीरजापुर, 29 अगस्त (हि.स.)। राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने गुरूवार को ग्रामीण क्षेत्र के नौ सम्पर्क मार्गाे के शिलान्यास किया। राजकीय पौधशाला विसुन्दरपुर पर मनरेगा योजनान्तर्गत निर्मित मिनी सेंटर आफ एक्सीलेंस का लोकार्पण किया। उन्होंने उप निदेशक मंडी को निर्देशित करते हुए कहा कि शिलान्यास किए गए प्रत्येक सम्पर्क मार्गाे पर तत्काल कार्य प्रारम्भ कर दें ताकि जनता के उपयोग में आ सके।

एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजनान्तर्गत आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में पहुंचे राज्यमंत्री श्रीसिंह ने कृषको को आम, आवंला आदि फलदार पौध का वितरण किया। उन्होंने वृक्ष के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि वृक्ष जहां लोागों को छाव देती है, वहीं मानवता का भी संदेश वृक्षों से मिलता है। बताया कि पेड़ स्वंय मेहनत कर बड़े होते हैं, फल व फूल देते हैं परन्तु वह स्वंय उसे ग्रहण न कर लोेगो को समर्पित कर देते हैं। उन्होंने अपील किया कि वातावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए सभी लोग कम से एक पेड़ अवश्य लगाए या जहां खाली स्थान हो वहां बागवानी करें।

उन्होंने मिर्जापुर में ड्रैगन फूड, स्ट्राबेरी, मशरूम उत्पादन, पाली हाउस, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, ड्राप मोर क्राप आदि योजनाओं व केला आदि की खेती को बढ़ावा देने तथा कृषकों को पारम्परिक खेती के अलावा अन्य आमदनी वाले खेती से जोड़कर उनकी आमदनी को बढ़ाने की कार्यवाही करने पर उप निदेशक उद्यान मेवाराम तथा जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की प्रशंसा की। कहा कि जब से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली डबल इंजन की सरकार बनी है तबसे किसानों की आमदनी को बढ़ाने व दोगुना करने की दिशा में निरंतर प्रयास किया गया है। उन्हाेंने कहा कि किसान योजनाओं की जानकारी लेते हुए उससे जुड़े और अपनी आमदनी को दुगना करें। प्रदेश सरकार हर सम्भव मद्द के लिए तैयार है।

3.5 करोड़ की लागत से कामन इनक्यूवेंशन सेंटर का निर्माण

श्रीसिंह ने कामन इनक्यूवेंशन सेंटर की चर्चा करते हुए कहा कि राजकीय पौधशाला विसुन्दरपुर के परिक्षेत्र पर 3.5 करोड़ की लागत से निर्माण किया जा रहा हैं जिससे तीन प्रोसेंसिंग लाइने यथा-टोमैटो केचप, ब्रेकरी, सरसों इत्यादि है, जो शीघ्र ही इन सेंटरों पर छोटे-छोटे उद्यमी अपना कच्चा माल लाकर प्रोसेसिंग कर सकते हैं तथा अपने उत्पाद अपने ब्राड के नाम से बेच कर लाभ ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कई कृषि यंत्रों पर बड़ी संख्या में अनुदान दिया जा रहा है। इसका सभी किसान उद्यान विभाग व कृषि विभाग से जानकारी प्राप्त कर लाभ उठा सकते हैं।

खजूर की बागवानी कर लाभ प्राप्त करें किसान

मंत्री ने बताया कि जनपद मीरजापुर में टिशू कल्चर के खजूर के पौधे मगाकर राजकीय पौधशालाओं में रोपित कराया गया हैै। इसको बढ़ावा देने के लिए और भी खजूर के पौधे भेजे लाएगें जिससे खजूर की बागवानी कर किसान लाभ प्राप्त कर सकतें हैं। उन्होंने कृषको सम्बोधित करते हुए कहा कि जनपद मीराजपुर में स्ट्राबेरी व ड्रैगन फूड आदि की खेती को बढ़ावा दिया जाए ताकि यहां के उत्पाद को विदेशो तक भेजा जा सकें। कहा कि पैकेजिंग सिस्टम व इंफ्रास्टक्चर लगाए जाने पर सरकार द्वारा अनुदान दिया जा रहा है। कृषक आगे आकर इस दिशा में कार्य करें ताकि अपने उत्पाद की अच्छी पैकेजिंग कर बाजार में भेजे और उसका अच्छा मूल्य प्राप्त करें।

फूलों की खेती करें किसान

फूलोें की खेती पर बल देते हुए कहा कि मां विंध्यवासिनी के धाम और काशी विश्वनाथ वाराणसी में काफी खपत फूलों की होती है। पश्चित बंगाल से वाराणसी में फूल मंगाए जाते हैं। जबकि स्थानीय व आसपास के लोग प्रतिदिन की खपत के पांच से 10 प्रतिशत ही फूल की पैदावार करते हैं। यदि फूल की खेती किसान करे तो वाराणसी में अच्छी खपत हो सकती है।

सड़क मरम्मत एवं निर्माण की सूची उपलब्ध कराएं विधायक

उन्हाेंने जिलाधिकारी से वातस्लय योग पार्क बनाए जाने के प्रस्ताव के लिए कहा। विंध्यधाम के आसपास जमीन चिन्हित कर प्रस्ताव प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि विधायक अपने क्षेत्र के ऐसी सड़कें, जहां मरम्मत व नए निर्माण के योग्य हो सूची उपलब्ध कराए ताकि उस दिशा में अविलम्ब कार्य किया जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा