जौनपुर के किसानों ने स्ट्राबेरी की खेती से की लाखों की आमदनी
जौनपुर, 27 दिसम्बर (हि. स.)। यूपी के जौनपुर में परम्परागत खेती से हटकर कुछ नया करना हो तो स्ट्राबेरी की खेती किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने में बहुत लाभकारी साबित हो रही है। पहले इसकी खेती सिर्फ पहाड़ी और ठंडे भागों में ही होती थी, परन्तु अब अपने जनपद के किसान भी इसकी खेती कर बहुत अच्छी आमदनी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री के दूरदर्शी सोच के कारण ही प्रदेश भर के कृषक नयी-नयी फसलों व सिंचाई के नयी तकनीकों के माध्यम से नित नयी ऊंचाईयां छू रहे हैं। जिसका जीता-जागता उदाहरण है- विकासखंड खुटहन ग्राम सलेमपुर निवासी कृष्ण कुमार यादव जो परम्परागत खेती के अवाला मल्चिंग के साथ स्ट्राबेरी की खेती कर रहे हैं। शनिवार को बात करते हुए कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के तहत स्ट्राबेरी की खेती करके एक नया कीर्तिमान रचा है।
उनका कहना है कि लगभग 80,000 लागत लगाकर मात्र 4 माह में 3.5 से 4 लाख रूपये तक की बचत हो जाती है। उद्यान विभाग के मार्गदर्शन और बागवानी मिशन के तहत मिले अनुदान ने उन्हें आधुनिक खेती करने में मदद की। वहीं इस मामले में जानकारी लेने पर जिला उद्यान अधिकारी सीमा सिंह राणा ने बताया कि कृष्ण कुमार यादव द्वारा विन्टर डाउन प्रजाति की स्ट्राबेरी लगायी गयी है जो बाजार में 370-400 रू0 किलो तक आराम से लोकल मार्केट में ही बिक जाती है।
इसके अतिरिक्त इनके द्वारा आलू, धान, गेहूं, सरसों व गन्ना की खेती की जाती है विभाग से 90 प्रतिशत सब्सिडी पर इनके द्वारा मिनी स्प्रिंकलर भी लिया गया है, जिसके द्वारा अन्य फसलों में सिंचाई की जा रही है। अब जौनपुर के कृषक भी जागरूक होकर परम्परागत खेती से हटकर उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों की तरफ रूख कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं, जिसमें उद्यान विभाग अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव