कृषक याेजनाओं से मीरजापुर के किसानों को करोड़ों की राहत

 


- आश्रितों को मिला नया संबल

मीरजापुर, 13 दिसंबर (हि.स.)। खेत-खलिहानों में पसीना बहाने वाले किसानों के लिए कृषक दुर्घटना कल्याण योजना संकट की घड़ी में मजबूत ढाल बनकर सामने आ रही है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में ही मीरजापुर जनपद में इस योजना के तहत 177 मामलों को स्वीकृति दी जा चुकी है, जिसके माध्यम से किसानों के आश्रितों को अब तक 7 करोड़ 53 लाख 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।

योजना का दायरा यहीं नहीं थमता। वर्तमान में 73 किसानों के परिजनों ने सहायता के लिए दावा प्रस्तुत किया है। इन मामलों के निस्तारण के लिए जिला प्रशासन ने शासन से 3 करोड़ 37 लाख 5 हजार रुपये के अतिरिक्त बजट की मांग भी भेज दी है। प्रशासन का दावा है कि जैसे ही बजट स्वीकृत होगा, पात्र परिवारों को तुरंत राहत दी जाएगी।

कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के तहत किसान की मृत्यु या पूर्ण दिव्यांगता की स्थिति में पांच लाख रुपये की सहायता सीधे आश्रितों को दी जाती है, जबकि आंशिक दिव्यांगता पर नियमानुसार सहायता का प्रावधान है। आपदा या दुर्घटना के बाद किसान के स्वजन 180 दिनों के भीतर राजस्व विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए खतौनी या पट्टे की प्रमाणित प्रति तथा बटाईदार होने की स्थिति में भू-स्वामी का प्रमाण पत्र अनिवार्य है।

एडीएम भू-राजस्व देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि हाल के दिनों में इंद्रावती, रेखा सिंह, विकास कुमार, महिमा पांडेय, सविता और मदनी सहित कई पात्र लाभार्थियों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि प्रशासन किसानों के परिवारों को प्राथमिकता पर राहत दिलाने के लिए लगातार प्रयासरत है, ताकि विपत्ति की घड़ी में कोई भी किसान परिवार खुद को अकेला न महसूस करें।

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हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा