फर्जी पुलिसवालों ने तीन जायरीनों को बंधक बनाकर लूटा

 


कानपुर, 05 मई (हि.स.)। अरौल थाना क्षेत्र के ऐतिहासिक मकनपुर कस्बे की दरगाह हजरत जिंदाशाह मदार का दर्शन करने कार से आ रहे मध्य प्रदेश की तीन जायरीनों को पुलिस की वेश में लुटेरों ने बंधक बना लिया। अपनी कार पर उन्हें अलग-अलग जगहों पर घुमाते रहे और उनका सारा सामान तो लूट ही लिया। साथ ही फर्जी मुकदमें में फंसाने का भय दिखाकर उनके घरवालों से भी रुपया फोन पे पर मंगा लिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर घटना के खुलासे के लिए पांच टीमों का गठन किया है।

एडीसीपी पश्चिम विजयेन्द्र द्विवेदी ने रविवार को बताया कि मध्य प्रदेश के दामोह जनपद निवासी वसीम खान अपने दो साथी सौरभ ताम्रकार और आसिफ खान के साथ कार से शनिवार की देर रात कानपुर के अरौल थाना क्षेत्र स्थित ऐतिहासिक दरगाह हजरत जिंदाशाह मदार का दर्शन करने जा रहे थे। अभी वह मकनपुर कस्बे के समीप देवकली गांव के सामने पहुंचे ही थे कि पुलिस की वर्दी में कार सवार चार बदमाशों ने उनकी कार रुकवा ली। इसके बाद तीनों जायरीनों को उन्होंने अपनी कार पर बैठाकर बंधक बना लिया और रातभर अलग-अलग जगहों पर घूमते रहे। इस दौरान बदमाशों ने उनके पास सोने की चेन, ब्रेसलेट, स्मार्ट वॉच, मोबाइल फोन सहित सभी प्रकार की नकदी छीन ली।

यही नहीं फर्जी मुकदमें या एनकाउंटर की धमकी देकर उनसे दो लाख रुपये की और मांग की। इस पर पुलिस के मुताबिक पीड़ित के भाई हसीन खान ने डरकर बदमाशों के फोन पे पर 50 हजार रुपया भेज दिया। जबकि पीड़ित के भाई का कहना है कि फोन पे पर एक लाख रुपया भेजा है। इसके बाद रविवार को एक जायरीन को पनकी थाना क्षेत्र और दो का महाराजपुर थाना क्षेत्र के सुनसान जगह पर छोड़ दिया। पीड़ितों ने पुलिस को आप बीती बताई और पुलिस ने अरौल थाना में मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं घटना की जानकारी पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। जायरीनों से हुई लूटपाट के बाद कानपुर कमिश्नरेट की पुलिस की गश्ती पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। मामले में डीसीपी पश्चिम विजय ढुल ने बताया कि बदमाशों को पकड़ने के लिए पांच टीमों का गठन किया गया है और जल्द उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश