शर्मनाक हार से बचने के लिए सोनिया गांधी ने रायबरेली छोड़ा : अजय अग्रवाल
रायबरेली,15 फरवरी(हि.स.)। भाजपा नेता व रायबरेली से पूर्व उम्मीदवार रहे अजय अग्रवाल ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि रायबरेली की नब्ज़ को भांपते हुए रायबरेली से पांच बार सांसद रहीं सोनिया गांधी ने रायबरेली सीट छोड़ राजस्थान से जाने का फ़ैसला किया है और इस बार वह यहां से चुनाव लड़ती तो उनकी बेहद शर्मनाक पराजय तय थी।
उल्लेखनीय है कि अजय अग्रवाल 2019 में सोनिया गांधी के ख़िलाफ़ उम्मीदवार रह चुके हैं और इस समय क्षेत्र में खासा सक्रिय हैं। पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इसी रायबरेली ने पहले उनके ससुर फिरोज गांधी, फिर उनकी सास इंदिरा गांधी तथा फिर उन्हें पांच बार सांसद बनाया परंतु रायबरेली आज भी पिछड़ा का पिछड़ा है।
उन्होंने कहा कि रायबरेली के विकास तथा यहां की जनता की खुशहाली के लिए श्रीमती सोनिया गांधी ने कुछ नहीं किया और पिछले 5 वर्षों में श्रीमती सोनिया गांधी ने एक बार भी रायबरेली का रुख नहीं किया है और इन सब के चलते कांग्रेस पार्टी की रायबरेली में बेहद शर्मनाक हार होनी निश्चित है।
अजय अग्रवाल के अनुसार वर्तमान में एक तो पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सैकड़ों की संख्या में चल रही जनकल्याणकारी योजनाओं तथा पांच सौ वर्षो के संघर्ष के उपरान्त अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण तथा फिर 22 जनवरी को रामलला की आलोकिक प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा में केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार के सक्रिय सहयोग के उपरांत हर व्यक्ति के मन में राष्ट्रभक्ति का भाव जगा है और इस बार राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा लोकसभा की 400 से अधिक सीटें प्राप्त करने जा रही है। उत्तर प्रदेश में 80 में 80 सीटें भाजपा को प्राप्त होंगी।
रायबरेली की जनता के लिए सोनिया गांधी द्वारा लिखे गए भावुक पत्र पर अजय अग्रवाल ने कहा कि रायबरेलीवासियों को संबोधित पत्र में उन्होंने जो कहा है उसमें कोई दम नहीं है और यह एकदम झूठ है। ठीक तो यह होता कि स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के चलते वह राजनीति से पूरी तरह संन्यास ले लेती, परंतु सरकारी बंगला तथा अन्य सरकारी सुविधाओं के लालच में उन्होंने राजस्थान से राज्यसभा में जाने का जो निर्णय लिया है उससे पूरी कांग्रेस पार्टी का लालची चरित्र उजागर हो गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/रजनीश/राजेश