लोकतंत्र में सबकी सीमाएं निर्धारित : सतीश महाना
लखनऊ, 31 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने मंगलवार को कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में न्यायपालिका विधायिका और कार्यपालिका की अपनी भूमिकाएं होती हैं। सबकी अपनी सीमाएं भी निर्धारित हैं, लेकिन जनता से विधायक का सीधा संपर्क होने के कारण उसके प्रति सबसे बड़ी जवाबदेही विधायक की ही होती है।
विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना के आमंत्रण पर उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद के तत्वावधान में प्रधानाचार्यों का एक 30 सदस्यीय दल मंगलवार को विधान सभा भ्रमण के लिए पहुंचा था।
प्रधानाचार्यों को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि जनता जिसे चुनकर विधानसभा भेजती है तो उसका अपने विधायक से सवाल करने का भी अधिकार होता है। पिछले कुछ दशकों में विधायिका के प्रति नकारात्मक धारणा बनाई गयी। उसे बदलने का प्रयास कर रहा हूं। मेरा प्रयास है कि जनता इस बात को समझ सके कि उसके क्षेत्र के विधायक की विधानसभा में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से जनता का विधानसभा से कभी कोई सम्पर्क ही नहीं बना। उसे भी दूर करने का प्रयास कर रहा हूं। इससे वह अपने विधायक की भूमिका को जान सकें। धीरे-धीरे अब जनता को इस बात का अहसास होने लगा है कि लोकतंत्र में विधायिका की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण होती है। अब वह अपने विधायक की भूमिका को जान रही है। यही कारण है कि पिछले कुछ समय से आम जनमानस में विधायिका के प्रति नकारात्मक धारणा खत्म होती दिख रही है।
कई प्रधानाचार्यों ने विधानसभा के बारे में विधानसभा अध्यक्ष से सवाल किए तो महाना ने उन्हें बताया कि नियमों के तहत ही कोई सदस्य सदन में बोल सकते हैं। इसके अलावा अब विधानसभा में विधायकों के सवालों को ऑनलाइन किए जाने की व्यवस्था की गयी है। सदन में उठाए गए मामले संबंधित विभाग को तुरंत भेजे जाते हैं। पर पहले ऐसे मामलों में उदासीनता देखने को मिली थी।
महाना ने प्रधानाचार्य को विधानसभा के गौरवमयी इतिहास, सदन की कार्यवाही, संचालन एवं पुस्तकालय आदि के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि आप लोग यहां से जाकर छात्र छात्राओं को इसके बारे में बताएं। यहीं नहीं उन सबको यहां भ्रमण कराने का कार्य करें जिससे वह अपनी विधानसभा पर गर्व कर सकें।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के आमंत्रण पर उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद के तत्वावधान में प्रधानाचार्यों के दल में 30 प्रधानाचार्य शामिल थे। उनमें 10 महिला प्रधानाचार्य भी शामिल थीं।
इस मौके पर पर परिषद के मंडल अध्यक्ष डॉ. गिरीश कुमार मिश्र, जिला अध्यक्ष डॉ. मनप्रीत सिंह तथा महामंत्री धर्मेश अवस्थी समेत अन्य पदाधिकारियों ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए विधानसभा में हुए बदलावों को लेकर उनकी सराहना की।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिलीप शुक्ल/राजेश