विश्व उच्च रक्तचाप दिवस पर बीपी सुगर को कम करने, जागरूकता बढ़ाने पर ज़ोर
वाराणसी,18 मई (हि.स.)। विश्व उच्च रक्तचाप दिवस पर शनिवार को सराय डंगरी ग्राम में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में बीएचयू के विशेषज्ञों ने बीपी और सुगर को कम करने तथा जागरूकता को बढ़ाने पर ज़ोर दिया। गैर संचारी रोग (एनसीडी)की जानकारी भी दी गई।
आईएमएस बीएचयू में एनसीडी सचिवालय के कनवेनर प्रो.संगीता कांसल एवं को- कनवेनर प्रो.आलोक कुमार की मौजूदगी में ग्रामीणों ने अपना स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया। इसमें कुल 116 लोगों ने बीपी और शुगर की जांच कराई। उनमें से 24 फीसदी लोगों में उच्च रक्तचाप पाया गया। 41 फीसदी पुरुषों में उच्च रक्त चाप पाया गया। शिविर में आने वाले 11 फीसदी लोगों में हाई ब्लड सुगर मिला।
शिविर में बतौर मुख्य अतिथि शामिल मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने सब सेंटर से लेकर उच्च स्तर तक ग़ैरसंचारी रोगों के रोकथाम के लिए मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं को बताया। उन्होंने रक्तचाप एवं शुगर की जांच के लिए जनता की सहभागिता पर विशेष ज़ोर दिया। विशिष्ट अतिथि चिकित्सा विज्ञान संस्थान बीएचयू के डीन रिसर्च प्रो. गोपाल नाथ ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया की यदि प्रयास करें तो गांव को रोगमुक्त कर सकते हैं।
मुख्य संयोजक प्रो.संगीता कंसल ने बीएचयू में आईसीएमआर के लबाइक प्रोजेक्ट में प्रयुक्त मोबाइल लैब की कार्यशैली के बारे में भी बताया। यह लैब बाइक पर संलग्न है और हीमोग्लोबिन,ग्लूकोज़, लिपिड प्रोफाइल,एलएफ़टी,आरएफ़टी आदि कई जांच करने में समर्थ है। यह लबाइक पिछले एक वर्ष से गांव में अपनी सेवाएं दे रहा है। सीएमओ ने इस लबाइक को देखकर उसकी सराहना की। शिविर में चिकित्सीय परामर्श डॉ भानु और डॉ अर्चना पांडेय ने दिया।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/राजेश