पहले योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता था, मिलता था तो केवल चूरन : योगी आदित्यनाथ
वाराणसी,14 दिसम्बर(हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दो दिवसीय दौरे की तैयारियों का जायजा लेने गुरुवार को वाराणसी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सेवापुरी ब्लॉक के बरकी ग्राम सभा स्थित किसान इंटर कॉलेज में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में भी भाग लिया।
कार्यक्रम में विरोधी दलों को सीधे निशाने पर लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले योजनाओं का लाभ नहीं, बल्कि चूरन मिलता था, बंदरबांट और भ्रष्टाचार होता था। जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने खत्म कर दिया। यही मोदी की गारंटी है और इसी संकल्प को आगे बढ़ाने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा का आयोजन प्रदेश की हर ग्राम सभा में किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की जनता की खुशहाली से ही भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनेगा। कॉलेज में आयोजित विभिन्न योजनाओं से संबंधित प्रदर्शनियों का अवलोकन कर वहां हो रहे ऑन दि स्पॉट रजिस्ट्रेशन की जानकारी भी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि काशीवासियों का सौभाग्य है कि उन्होंने 2014 में एक ऐसी विभूति को अपना जनप्रतिनिधि बनाकर देश की संसद में भेजा जो आज देश के प्रधानमंत्री भी हैं और वैश्विक दुनिया को मार्गदर्शन दे रहे हैं। ये काशी मोदी जी के संकल्पों की काशी है, जहां नये कलेवर में घाट और मंदिरों के सौंन्दर्यीकरण का कार्य तेज गति से आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने देश की तस्वीर और तकदीर बदल दी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े 9 साल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल दी है। विकास की बड़ी-बड़ी परियोजनाएं लागू की जा रही हैं। आजादी के 75 वर्षों में गरीब कल्याण की योजनाएं पहली बार बिना भेदभाव के मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि देश में सुशासन, सुरक्षा और समृद्धि के माध्यम से विकसित भारत के सपने को साकार करने का जज्बा दिखने लगा है। प्रधानमंत्री का यह मानना है कि जब जनता लाभान्वित और खुशहाल होती है तो इस खुशहाली से देश भी खुशहाल होता है।
विकसित भारत के संकल्प को हमें करना है साकार
मुख्यमंत्री ने विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम के बारे में बताते हुए कहा कि इसका उद्देश्य यही है कि जो सरकार की योजनाओं से लाभान्वित हुए हैं वे अपने अनुभव 'मेरी कहानी मेरी जुबानी' के माध्यम से अभिव्यक्त करें। साथ ही जो लोग योजनाओं से अबतक लाभान्वित नहीं हुए हैं, उनके लिए अलग-अलग काउंटर बनाए गये हैं, जहां वह योजनाओं के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकें। यहां हाथों हाथ रजिस्ट्रेशन हो रहा है। योजनाओं का लाभ जब जनता को बिना भेदभाव के देने का कार्य होता है, तो उसके पीछे सरकार के संकल्प दिखाई देते हैं। अब हमें भी आत्मनिर्भर भारत के माध्यम से विकसित भारत के संकल्प को साकार करना है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रधानमंत्री के पंच प्रण का उल्लेख करते हुए सभी से अपने कर्तव्यों को पूरी ईमानदारी से करने का आह्वान किया।
लघु नाटिका के मंचन को मुख्यमंत्री ने देखा
मुख्यमंत्री ने इससे पहले स्कूली बच्चियों की ओर से प्रस्तुत प्राकृतिक खेती पर आधारित लघु नाटिका के मंचन को भी देखा। उन्होंने किसान इंटर कॉलेज के संस्थापक ठाकुर यशपाल सिंह की मूर्ति का अनावरण किया। कार्यक्रम में उन्होंने छोटे बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार संपन्न कराया। साथ ही महिलाओं को पोषण पोटली भी वितरित की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान उपस्थित समूह के साथ भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित भारत बनाने के संकल्प को साकार करने की शपथ दिलाई। विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों ने अपने अनुभवों को मुख्यमंत्री से साझा किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाणपत्र, मकान की चाबी और चेक वितरित किया।
इनकी रही उपस्थिति
कार्यक्रम में प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रविन्द्र जायसवाल, राज्यमंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र 'दयालु', जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, भाजपा जिलाध्यक्ष एवं एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, विधायक त्रिभुवन राम, सुनील पटेल, वाराणसी के प्रभारी और एमएलसी अरुण पाठक आदि की भी उपस्थिति रही।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दिलीप