धूल उड़ रही है शहर में, मत निकलना दोपहर में..
- वरिष्ठ नागरिक संरक्षण संस्थान का होली मिलन पर काव्यपाठ
मीरजापुर, 31 मार्च (हि.स.)। वरिष्ठ नागरिक संरक्षण संस्थान की ओर से होली मिलन समारोह महंथ शिवाला स्थित अमृत सभागार में रविवार को मनाया गया। कवियों एवं शायरों ने अपनी विविध रंगों की रचनाओं से लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार भोलानाथ कुशवाहा रहे।
काव्य पाठ शुभारम्भ करते हुए राजेन्द्र तिवारी ने तू ही राम है, तूँ ही कृष्ण है, तूँ ही खुदा.., का नाद किया। वहीं मुख्य अतिथि भोलानाथ कुशवाहा ने धूल उड़ रही है शहर में, मत निकलना दोपहर में.., जैसे गीत से लोगों को आगाह किया। इला जायसवाल ने होली गीत अवध में होली खेले श्रीराम, वृज में होली खेले श्याम, एक तरफ दशरथ के नन्दन, एक तरफ घनश्याम। पूजा यादव ने मैं सोई थी युगों-युगों से, मैं खोई थी युगों-युगों से। श्याम अचल के हास्य-व्यंग्य बुझि गयीनी बीमा क फायदा, मनई मरई के बड़ा फायदा ने श्रोताओं को लोटपोट कर दिया।
नंदिनी वर्मा, सारिका चौरसिया, डा. सुधा सिंह, केदारनाथ सविता, हौसिला प्रसाद मिश्र, अमरनाथ, लालव्रत सिंह सुगम, रविन्द्र कुमार पांडेय व गुमनाम मिर्जापुरी के सारगर्भित गीत एवं शायरी ने लोगों को झूमने पर विवश कर दिया। संचालन केदारनाथ सविता ने किया। संस्थान के वरिष्ठ सदस्य सुरेश कुमार त्रिपाठी एवं भूपेंद्र सिंह डंग ने अतिथियो का आभार व्यक्त किया।
हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/बृजनंदन