सड़क किनारे तक पहुंची दशहरी आम की खुशबू, बजट में दाम

 


लखनऊ, 09 जून(हि.स.)। लखनऊ के दशहरी आम का इंतजार कर रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। बगीचों से लखनऊ के दशहरी आम की खुशबू सड़क किनारे तक पहुंच चुकी है। इस बार आम का स्वाद चखने वालों की जेबें ढीली भी नहीं होंगी। इस वर्ष बाजार में आयी दशहरी आम का दर आमजन के बजट में रहने वाला है।

दशहरी आम के बाजार में आने पर उसे बेचने वाले लोगों के चेहरे पर मुस्कान है। आम बेचने वाले श्रवण और बाबूलाल बताते हैं कि आम बेचकर चार महीने परिवार की भूख मिटायी जाती है। आम समय से आ जाये और दाम कम हो तो बिक्री भी धुंआधार होती है। इस बार दशहरी आम साठ रुपये से लेकर अस्सी रुपये प्रति किलो के दर से बाजार में आया है। एक से दो सप्ताह में दशहरी आम का दाम घट जायेंगे।

उन्होंने बताया कि दशहरी आम के दाम आने वाले वक्त में तीस रुपये प्रति किलो तक आ जायेंगे। लखनऊ में दशहरी आम के बाद तोतापरी और लंगड़ा आम की मांग भी होती है। फिलहाल ये दोनों वैरायटी जून के अंत तक आयेगी। तभी तक बाजार में दशहरी आम का ही राज रहेगा।

उल्लेखनीय है कि मलिहाबाद जो आम के पैदावार का सबसे बड़ा क्षेत्र है, उस क्षेत्र के आम विक्रेता हसन ने कहा कि लखनऊ की दशहरी तो देश विदेश तक पहचानी जाती है। उत्तर प्रदेश में इस वक्त कई जगहों से उनके पास दशहरी आम के आर्डर लगे हुए हैं।

उन्होंने दो टूक कहा कि माल और मलिहाबाद में हजारों पेड़ काटे गये हैं। पेड़ कटने से आम के पैदावार पर असर हुआ है। कीट का भी आम के पैदावार पर व्यापक असर है। एक वक्त तो ऐसा आया कि मलिहाबाद में धड़ल्ले से आम के बगीचों को बेचा गया, जहां प्लाटिंग हो गयी। बाद में आम व्यापारी और किसानों ने मिलकर आम के पेड़ों के बगीचों को खुद ही खरीदना शुरु किया। तभी आज आम देखने को मिल रहे हैं।

उन्होंने बताया कि थोक व्यापारियों की ओर से दूसरे बड़े इलाके के व्यापारियों को यही दशहरी आम पेटियों या फिर मिट्रीटन के रेट से बेचा जाता है। लखनऊ से ट्रकों में भरकर आम दिल्ली, वाराणसी, भोपाल, महाराष्ट्र और विभिन्न बड़े महानगरों तक जाता है। इसके लिए पहले से एडवांश रुपये देकर आर्डर दिये जाते हैं। पैदावार देखकर दशहरी आम का रेट आरम्भ होता है, बाजार में रेट कम ज्यादा होता रहता है।

हिन्दुस्थान समाचार/शरद/राजेश