पानी के संकट को लेकर तपती धूप में एडीएम ने गांवों में लगे हैंडपंप चलवाए
-ग्रामीणों ने नमामि गंगे परियोजना के तहत की पानी न मिलने की शिकायत
-एडीएम ने एक सप्ताह के अंदर परियोजना चालू कराए जाने का दिया भरोसा
हमीरपुर, 26 मई (हि.स.)। सरीला ब्लाक क्षेत्र के जलालपुर गांव में पानी के संकट को लेकर रविवार को एडीएम नमामि गंगे और जिला पंचायत राज अधिकारी ने तपती धूप में पूरे गांव का निरीक्षण कर हैंडपंपों की जायजा लिया। तमाम हैंडपंपों को एडीएम ने अपनी मौजूदगी में चलवाकर देखा तो सभी हैंडपंप पानी दे रहे हैँ। ग्रामीणों ने पुनर्गठन पेयजल योजना की पाइपलाइनें नमामि गंगे परियोजना में ध्वस्त होने की शिकायतें की जिस पर जल्द ही इस समस्या का समाधान कराए जाने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने पानी के संकट की फर्जी खबर देने वालों को भी कड़ी फटकार लगाई है।
सरीला क्षेत्र के जलालपुर गांव में पानी की किल्लत को लेकर मीडिया में आज खबरें आने पर जिलाधिकारी राहुल पाण्डेय ने अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर जांच करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी के निर्देश होते ही एडीएम नमामि गंगे सुरेश कुमार व जिला पंचायत राज अधिकारी जितेन्द्र मिश्रा जलालपुर गांव पहुंचे। पंचायत सचिव और प्रधान भी मौके पर पहुंचे। पैंतालीस डिग्री सेल्सियस के तापमना के बीच एडीएम ने अधिकारियों के साथ पूरे गांव में लगे हैंडपंपों का निरीक्षण किया। हैंडपंप चलवाने पर सभी हैंडपंपों के पानी देने पर एडीएम ने फर्जी खबर देने वालों को फटकार लगाई। कहा कि खबर की सच्चाई जानने के लिए ही ऐसी गर्मी में यहां आना पड़ा और ग्रामीणों ने पूछने पर पानी की कोई समस्या न होने की बात कही है।
जिला पंचायत राज अधिकारी ने रविवार को शाम बताया कि गांव में सौ हैंडपंप लगे है। जो पूरी क्षमता के साथ पानी दे रहे है। इसके साथ ही ग्राम पंचायत स्तर से पानी की समस्या होने पर पानी के टैंकर की व्यवस्था भी की गई है। बताया कि गांव के देवीप्रसाद ने निरीक्षण के दौरान शिकायत की है कि नमामि गंगे परियोजना के तहत पेयजल योजना का संचालन नहीं हो रहा है। जिस पर एडीएम नमामि गंगे ने ग्रामीणों को आश्वासन देते कहा कि परियोजना के तहत सभी के घरों में कनेक्शन कर दिए गए है। प्रत्येक दशा में एक सप्ताह के अंदर जलापूर्ति शुरू करा दी जाएगी। बता दे कि नमामि गंगे परियोजना के तहत पूरे जिले के चयनित सैकड़ों गांवों में पाइपलाइन डालने के चक्कर में आम रास्ते और गलियों में खुदाई कराई गई है जिसकी मरम्मत भी नहीं कराई जा रही है। परियोजना के तहत कई गांवों में पुनर्गठन पेयजल योजना की पाइपलाइनें भी ध्वस्त हो गई है लेकिन गांवों में इस परियोजना से पीने का पानी नहीं मिल रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/पंकज//बृजनंदन