देश में साम्प्रदायिकता का माहौल होने से देश की एकता और अखण्डता पर गंभीर खतरा: स्वामी प्रसाद मौर्य

 




कानपुर, 05 नवम्बर (हि.स.)। सदियों से दलितों, पिछड़ों की उपेक्षा होती रही है। आज जिस तरह से देश में साम्प्रदायिकता का माहौल है उससे देश की एकता और अखण्डता को गंभीर खतरा पैदा हो गया है। यह बात रविवार को कानपुर के कल्याणपुर में स्थित राजकीय उन्नयन बस्ती मैदान इंदिरा नगर रोड में जय अखिल भारतीय उपेक्षित वर्ग महासंघ द्वारा आयोजित सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती समारोह को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा।

उन्होंने कहा कि इस देश में एकता एवं अखंडता के लिए जाना जाता है। इस देश की एकता के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल ने 562 रियासतों को मिलाकर एक अखण्ड भारत का निर्माण किया था, उनके सपनों को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। इस सम्बन्ध में दलित, पिछड़े, अनुसूचित जाति एवं सभी वर्ग के लोगों द्वारा वर्ष 2024 के चुनाव में समाजवादी पार्टी को वोट करना होगा, जिससे देश की अखण्डता बनी रही।

सपा के राष्ट्रीय एवं अखिल भारतीय पाल महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद राजाराम पाल ने कहा कि बाबा साहब के बनाए हुए संविधान को बदलने की कोशिश की जा रही है। इससे लोकतंत्र को बेहद खतरा है। पहली बार आजादी के इतिहास में सुप्रीम कोर्ट के 4 जज अपने चेम्बरों से बाहर आकर मीडिया के सामने यह कहते है कि लोकतंत्र बेहद खतरे में है। जिस तरह सम्पूर्ण विपक्ष को डराकर, धमकाकर रखा गया है, इससे देश की एकता और अखण्डता पर बेहद खतरा पैदा हो गया है।

इस मौके पर उपेक्षित महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुर्मी अनिल कटियार ने कहा कि वर्षो से सताये जा रहे, दबाये जा रहे एवं हर क्षेत्र में आगे बढ़ने से रोके जा रहे उपेक्षित वर्ग के उत्थान के लिए वह सदा संघर्ष करते रहेंगे तथा सरदार वल्लभभाई पटेल के आदर्शो पर चलकर अन्याय के खिलाफ अभियान चलाकर उपेक्षित वर्ग के उत्थान के लिए कार्य करेंगे।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से दिनेश पासवान, सियाराम पाल, सर्वेश कटियार, मुनीन्द्र शुक्ला, राम प्रकाश कुशवाहा, सतीश निगम, कमलेश दिवाकर, चन्द्रशेखर यादव, सम्राट विकास यादव, योगेन्द्र कुशवाहा, सौरभ श्रीवास्तव, रमेश कटियार, राजू कटियार, महेश कटियार आदि लोग उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/आकाश