साइबर क्राइम पुलिस की सक्रियता से साइबर ठगी की शिकार महिला का 15 लाख 20 हजार 399 रुपये वापस

 


जौनपुर, 25 दिसम्बर (हि.स.)। यूपी के जौनपुर में साइबर ठगी का शिकार हुई एक महिला को बड़ी राहत मिली है। न्यायालय के आदेश पर उसके 15 लाख 20 हजार 399 रुपये वापस किए जाएंगे। साइबर क्राइम पुलिस की त्वरित कार्रवाई से यह रकम समय रहते बैंक खातों में होल्ड कर ली गई थी।

पुलिस अधीक्षक डॉ कौस्तुभ के निर्देशन में साइबर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत अपर पुलिस अधीक्षक शहर आयुष कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में क्षेत्राधिकारी नगर देवेश सिंह और साइबर क्राइम थाना प्रभारी महेश पाल सिंह के नेतृत्व में साइबर टीम ने तत्परता से काम किया।

इस संबंध में गुरुवार को जानकारी देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक शहर आयुश श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़िता गीतिका पुत्री अरविंद कुमार शर्मा, निवासी चांदमारी, थाना लाइनबाजार जौनपुर को अज्ञात साइबर ठगों ने उन्हें निवेश का झांसा देकर 15 लाख 20 हजार रुपये की ठगी की थी। ठगी का एहसास होते ही पीड़िता ने तुरंत साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई।

शिकायत मिलने के बाद साइबर पुलिस टीम ने तत्काल तकनीकी जांच शुरू की। टीम ने विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर की गई पूरी रकम को फ्रीज/होल्ड करा दिया।साइबर थाना पुलिस ने इस मामले में न्यायालय में प्रभावी पैरवी की। इसके परिणामस्वरूप, 24 जनवरी 2025 को न्यायालय ने होल्ड की गई पूरी धनराशि को पीड़िता के खाते में वापस करने का आदेश पारित किया। न्यायालय के इस आदेश के बाद पीड़िता ने जौनपुर पुलिस की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि साइबर अपराध के मामलों में त्वरित सूचना और सतर्कता से ही ठगी की गई रकम को बचाया जा सकता है। उन्होंने आमजन से अपील की है कि किसी भी ऑनलाइन निवेश से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें और ठगी होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन या संबंधित थाने में शिकायत दर्ज कराएं।

हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव