कैप्टन डाॅ. मीनू मेहरोत्रा फिर बनीं विद्यार्थी परिषद की प्रांत अध्यक्ष

 










- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मेरठ प्रांत के 64 वें प्रांत अधिवेशन में दी गई जिम्मेदारी

- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग संयोजक अमन शर्मा ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी

मुरादाबाद, 10 दिसम्बर (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग संयोजक अमन शर्मा ने रविवार को प्रेस वार्ता कर बताया कि बताया कि मेरठ प्रांत के 64 वें प्रांत अधिवेशन में वर्ष 2023-24 के लिए मुरादाबाद निवासी एनसीसी कैप्टन (डाॅ.) मीनू मेहरोत्रा को पुनः अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मेरठ प्रांत के प्रांत अध्यक्ष पद की कमान सौंपी हैं। दो वर्ष पूर्व हुए परिषद के अधिवेशन में डॉ. मीनू को प्रांत उपाध्यक्ष और पिछले वर्ष प्रांत अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी।

प्रांत अधिवेशन में निर्वाचन अधिकारी डाॅ. राजकुमार ने घोषणा करते हुए बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मेरठ प्रांत के प्रांत अध्यक्ष डाॅ. मीनू महरोत्रा पुनः नए सत्र में भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मेरठ प्रांत के प्रांत अध्यक्ष पद की कमान संभालेगी। डाॅ. मीनू मेहरोत्रा की इस उपलब्धि पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सभी विभागों के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और संगठन मंत्रियों ने हर्ष व्यक्त किया। सभी ने एक स्वर में कहा कि एनसीसीसी कैप्टन डाॅ. मीनू मेहरोत्रा पूरी जिम्मेदारी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ पुन: मिली प्रांत अध्यक्ष की जिम्मेदारी को बखूबी निभाएंगी । कैप्टन मीनू महरोत्रा के कुशल नेतृत्व को ध्यान में रखते हुए उन्हें पुनः चुना गया हैं।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन : डा. मीनू मेहरोत्रा

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मेरठ प्रांत की नवनियुक्त प्रांत अध्यक्ष कैप्टन (डा.) मीनू मेहरोत्रा ने रविवार को कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है। एबीवीपी की शुरुआत आज से 75 साल पहले अंबाला में एक छोटे से कालेज से हुई थी। आज यह संगठन दुनिया का सबसे बड़ा छात्र संगठन बन चुका है।

डा. मीनू मेहरोत्रा ने कहा कि स्थापना काल से ही संगठन ने छात्रों के साथ-साथ देशव्यापी आंदोलन भी चलाया। चाहे बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा हो या राष्ट्रहित से जुड़े प्रमुख मुद्दों को न सिर्फ उठाया बल्कि उसे लेकर आंदोलन करता रहा है। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की मांग को लेकर अिखल भारतीय विद्यार्थी परिषद समय-समय पर इसके लिए आंदोलन करता रहा हैं। डाॅ. मीनू ने बताया कि अभाविप की 75 वर्षों की ध्येय यात्रा अनेक दृष्टियों से महत्वपूर्ण रही है और आज इसी का परिणाम है कि आज अभाविप विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन के रूप में उभरा है। एबीवीपी युवाओं के चरित्र निर्माण से उनका व्यक्तित्व निर्माण और इसके जरिए समाज और राष्ट्र का निर्माण करने का आदर्श रखती है। डा. मीनू मेहरोत्रा ने आगे कहा कि मुरादाबाद जनपद में राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग भी पुरजोर तरीके से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने ही की थी।

हिन्दुस्थान समाचार/निमित जायसवाल/सियाराम