पल्स पोलियो अभियान का मंडलीय अपर निदेशक ने किया शुभारंभ

 


-सीएचसी दुर्गाकुंड पर शिशुओं को पिलाई गई ‘दो बूंद ज़िंदगी की’

वाराणसी, 10 दिसम्बर(हि.स.)। बच्चों को पोलियो वायरस से बचाने के लिए जिले में सघन पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत रविवार को हुई। नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गाकुंड पर वाराणसी मण्डल की अपर निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) डॉ मंजुला सिंह ने एक दिन पूर्व जन्मे शिशुओं को पोलियो की दो बूंद खुराक पिलाई। इस मौके पर डॉ मंजुला सिंह ने शिशुओं के परिजनों को उम्र के अनुसार सभी टीकों को समय से लगवाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने सीएचसी का भ्रमण कर ऑपरेशन थियेटर, जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाई) वार्ड, सामान्य वार्ड, मातृ व नवजात शिशु देखभाल इकाई (एमएनसीयू), लैब आदि का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि अब देश में पोलियो का उन्मूलन हो चुका है । लेकिन फिर से पोलियो वायरस पनप न सके इसलिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि पोलियो का टीका राष्ट्रीय नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में भी शामिल है। पोलियो की ड्रॉप जन्म के समय ही दी जाती है। पोलियो की खुराक से ही पोलियो रोग का बचाव संभव है। उन्होंने बताया कि रविवार को जनपद के समस्त बूथ पर पोलियो की दवा देने के बाद सोमवार से 18 दिसंबर तक घर-घर जाकर बूथों पर टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों की पहचान कर उनका टीकाकरण करेंगे। बस टर्मिनल, रेलवे स्टेशन आदि स्थानों पर टीकाकरण टीम को तैनात किया गया है, जिससे पाँच वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाकर उनके जीवन को सुरक्षित किया जा सके। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एके मौर्या ने बताया कि जनपद में सघन पल्स पोलियो अभियान के सफल संचालन के लिए रविवार को 1771 पोलियो बूथ बनाए गए, जिसमें नवजात शिशुओं और पाँच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/प्रभात