किसानों की आय बढ़ाने में 'श्री अन्न' बहुत आवश्यक : केशरी देवी पटेल

 


--भारत का प्राचीन जीवन दर्शन वैज्ञानिक, प्रकृति सम्मत था : गणेश केसरवानी

--दो दिवसीय जनपद स्तरीय रबी गोष्ठी एवं मिलेट्स महोत्सव का शुभारम्भ

प्रयागराज, 22 नवम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (न्यूट्रीसीरियल्स) योजनान्तर्गत बुधवार को जिला पंचायत परिसर में जनपद स्तरीय रबी गोष्ठी एवं दो दिवसीय मिलेट्स महोत्सव मेला का शुभारम्भ हुआ। सांसद केशरी देवी पटेल ने कहा कि किसानों के शारीरिक दक्षता, क्षमता एवं आय बढ़ाने के लिये श्री अन्न का सेवन बहुत आवश्यक है।

मुख्य अतिथि सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दूरगामी सोच से अब तो संसद भवन के कैंटीन में बाजरे की खिचड़ी बनती है। अब युवा पीढ़ी को श्री अन्न अनाजों की खेती के साथ-साथ उसके उपयोग के लिये उन्मुख होना चाहिए।

महापौर गणेश केसरवानी ने कहा कि भारत का प्राचीन जीवन दर्शन बहुत वैज्ञानिक, प्रकृति सम्मत था, जिससे हम लोग विमुख होते गये जिसका वीभत्स रुप सामने देखने को मिला। प्रधानमंत्री मोदी के दूरदृष्टि से पुनः हम श्री अन्न अनाज की तरफ बढ़ रहे हैं। श्री अन्न आमदनी बढ़ाने के साथ-साथ कई बीमारियों के लिये रामबाण औषधि है।

उप कृषि निदेशक एसपी श्रीवास्तव ने गोष्ठी की उपयोगिता, कृषि निवेशों की उपलब्धता एवं विभिन्न विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन के सम्बंध में जानकारी दी। कृषि विज्ञान केन्द्र, छाता प्रयागराज के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ एमपी ंसिंह ने कहा कि श्री अन्न आगामी भविष्य का श्री अन्न अनाज है। ये सभी श्री अन्न अनाज पर्यावरण के प्रति सहनशील, कमजोर मिट्टी, कम पानी में पैदा होने वाले एवं कम लागत में तैयार होने वाली फसल है। शुआट्स नैनी से आये कृषि वैज्ञानिक डॉ शिशिर कुमार ने बताया कि दिन प्रतिदिन जमीन का जल स्तर कम हो रहा है और तापक्रम बढ़ रहा है। ऐसे में श्री अन्न ही किसानों के पास विकल्प है। श्री अन्न में सांवा ऐसी फसल है जो सूखे और बाढ़ दोनों में उत्पादन देती है। निमिशा नटराजन, कृषि वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र नैनी ने श्री अन्न अनाजों में पाये जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में जानकारी दी।

जिलाधिकारी ने कृषकों से आह्वान किया कि सभी किसान श्री अन्न की खेती की तकनीकी एवं प्रसंस्करण की जानकारी प्राप्त कर लें, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके। इस अवसर पर जनपद के अधिकारीगण सुभाष मौर्य जिला कृषि अधिकारी, मुकेश कुमार जिला कृषि रक्षा अधिकारी, सुरेन्द्र प्रताप सिंह भूमि संरक्षण अधिकारी, सुरेश चन्द्र यादव अधिशासी अभियन्ता सिंचाई, जिला उद्यान अधिकारी मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य के साथ-साथ शुआट्स संस्थान के वैज्ञानिक, डीएस चौहान, मुकेश पी मसीह सहित प्रगतिशील कृषक भारी संख्या में उपस्थित रहे। अन्त में जिला कृषि अधिकारी ने गोष्ठी का समापन किया।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/पदुम नारायण