बेंगलुरु में भारतीय कलासाधक संगम में विभिन्न कलाओं का प्रदर्शन

 




मेरठ, 06 फरवरी (हि.स.)। अखिल भारतीय संस्कार भारती द्वारा चतुर्थ दिवसीय भारतीय कला साधक संगम 2024 का आयोजन बेंगलुरु में हुआ। इस कलासाधक संगम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत समेत देश के जाने-माने कलाकारों ने भाग लिया।

बेंगलुरु के आर्ट आफ लिविंग अन्तर्राष्ट्रीय केन्द्र में एक से चार फरवरी तक अखिल भारतीय कलासाधक संगम का आयोजन हुआ। कलासाधक संगम में मेरठ प्रांत से 40 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। संस्कार भारती मेरठ विभाग के संयोजक डॉ. शीलवर्धन ने बताया कि कलासाधक संगम भारतीय कला दृष्टि में विश्वास रखने वाले कलासाधकों का समागम है। कलासाधक संगम में देश के सभी प्रान्तों व अलग-अलग हिस्सों से आए साहित्यकार व कलाकारों ने कला और साहित्य के माध्यम से समरसता विषय के अंतर्गत आने वाले विभिन्न पहलुओं पर संदेश दिया। पेंटिंग, फोटोग्राफी, कैलीग्राफी व रंगोली की प्रदर्शनियां में लगाई गई। आयोजन पूरी तरह से समरसता व सौहार्द केन्द्रित विषय पर रहा। भारतीय सिनेमा में सामाजिक समरसता निर्माण में कला और साहित्य की भूमिका विषयों पर संगोष्ठी आयोजित हुई। भरतनाट्यम, कत्थक नृत्य, बाल शिवाजी, कृष्ण कहे लघु नाटिका की प्रस्तुति हुई। दो कलाकारों को भरत मुनि सम्मान से सम्मानित किया गया। विभिन्न प्रदेशों से आए कलाकारों एवं प्रतिभागियों द्वारा अपने अपने प्रदेशों के उत्सवों की झलक व प्रदेशीय परिधानों में समरसता और सौहार्द्र का संदेश देने वाली झांकियों के साथ शोभायात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा में कश्मीर से कन्याकुमारी तक विविधता में एकता के सुन्दर दर्शन हुए। समरसता युवा कविसम्मेलन में युवा कवियों ने अपनी कविता के माध्यम से भारतीय संस्कृति में विद्यमान समरसता को दृष्टिगत काव्य पाठ किया।

समापन कार्यक्रम में आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत, श्रीश्री रविशंकर का मार्गदर्शन मिला। महाभारत में श्रीकृष्ण की भूमिका निभाने वाले नीतीश भारद्वाज, लोक गायिका मालिनी अवस्थी, श्रीराम लला के मूर्तिकार अरुण योगराज की उपस्थिति रही। कलासाधक संगम में मेरठ प्रांत से संस्कार भारती मेरठ महानगर अध्यक्ष डॉ. मंयक अग्रवाल, महामंत्री डॉ. दिशा दिनेश, डॉ. सुधाकर आशावादी, राकेश जैन आदि ने भाग लिया।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/मोहित