माता महागौरी की स्तुति कर भक्तों ने की सुख समृद्धि की कामना

 


कानपुर, 16 अप्रैल (हि.स.)। चैत्र नवरात्रि की अष्टमी के दिन मंगलवार को देवी मंदिरों एवं घरों पर माता महागौरी का पूजन अर्चन भक्तों ने श्रद्धाभाव से किया। माता महागौरी की स्तुति कर देवी भक्तों ने घर परिवार की सुख समृद्धि की प्रार्थना की। सुबह से लेकर शाम तक घरों में विभिन्न अनुष्ठान होते रहे। विभिन्न स्थानों में कन्या भोज आयोजित किए गए। वहीं भक्तों ने हर्षोल्लास के साथ देवी के दरबार में पहुंचकर ध्वजा व नारियल भी चढ़ाए।

नगर के प्रसिद्ध देवी मन्दिरों खास तौर पर तपेश्वरी देवी, जंगली देवी, काली बाडी, वैष्णों देवी, आशा देवी, बाराह देवी, बुद्धा देवी, काली मठिया समेत अन्य देवी मंदिरों पर श्रद्धालुओं ने पूजन- अर्चन कर माता को नमन किया। देवी मन्दिरों में भक्तों ने पूजा की और माता के जयघोष लगाते रहे। वहीं कई मन्दिरों में माता के लिए भजनों का भी कार्यक्रम रहा, जिसमें देवी गीत से माहौल भक्तिमय रहा।

इस बार नवरात्रि में कई विशेष योग भी रहे। महाअष्टमी पर भक्तों ने माता के आठवें स्वरूप की पूजा अर्चना की। इस बार और उत्साह के साथ सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। रामनवमी को भक्त कन्या भोज के बाद व्रत का पारण भी करेंगे। शक्ति का आठवां स्वरूप माता महागौरी के नाम से जाना जाता है।

आचार्य रामऔतार पाण्डेय ने बताया कि माता महागौरी की पूजा अर्चना से सुहागिनों की सुहाग की रक्षा होती है। माता महागौरी ने भगवान शिव को पाने के लिए कठोर तप किया था और शिव ने प्रसन्न होकर उन्हें स्वीकार किया था। माता का वर्ण पूर्णता गौर है उनके वस्त्र व आभूषण सभी श्वेत हैं। मां गौरी का ध्यान सर्वाधिक कल्याणकारी माना जाता है। तपेश्वररी देवी, जंगली देवी, काली बाडी, वैष्णो देवी, आशा देवी, बाराह देवी, बुद्धा देवी आदि स्थानों में पहुंचे श्रद्धालुओं ने प्रसाद का भोग लगाया और उसको ग्रहण भी किया।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश