बच्चों की रूचि देखकर उनका विकास करें : राज्यपाल

 


लखनऊ, 24 जनवरी (हि.स.)। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बुधवार को कुँवर ग्लोबल स्कूल, लखनऊ के वार्षिक समारोह में सम्मिलित हुईं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे बच्चे ही अगले 25 वर्ष में देश की दिशा और दशा तय करेंगे तथा भारत को आगे बढ़ाना है तो हमें अभी से सोचना पड़ेगा कि बच्चों की दिशा किस तरफ हो। उन्होंने कहा कि भारत की सोच ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की है।

राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य गतिविधियों से ही बच्चों का सर्वांगीण विकास संभव है। उन्होंने कहा कि बच्चों की रुचि को देखते हुए उनका विकास किया जाए तथा बच्चों को खेलने दें व खिलने दें।उपस्थित शिक्षकगणों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आज बच्चों को एक अच्छा प्लेटफार्म दें, तभी बच्चे आगे चलकर अपना स्वयं का प्लेटफार्म विकसित करेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चों के विकास में स्कूल, परिवार और घर की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है।

राज्यपाल ने कहा कि आज शिक्षा, जल, स्वास्थ्य आदि पर सरकार द्वारा ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। प्रदेश में नए-नए अस्पताल खुल रहे हैं, डॉक्टर की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। नर्सिंग कॉलेज खोले जा रहे हैं, सफाई अभियान जारी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्ज्वला योजना के तहत महिलाओं को गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाया, जिससे महिलाओं में धुंआजनित बीमारियों को कम करने में मदद मिली। बीमारियों के पीछे की वजह जानकर उस पर कार्य करने की जरूरत है।

राज्यपाल ने बेटों को राम तथा बेटियों को सीता बनाने की सलाह दी। उन्होेंने भगवान राम का भाई व समाज के प्रति प्रेम और सहयोग की भावना से सीख लेने को कहा। राज्यपाल ने कहा कि सिर्फ तिलक लगाने की मर्यादा ही ना हो, बल्कि प्रभु श्री राम के जीवन आदर्शों से सीख लेने की जरूरत है।

राज्यपाल ने कहा कि बच्चे अपने माता-पिता के गुण व व्यवहार को देखते हैं और उससे सीखते हैं। उन्होंने शिक्षक के भी आदर्श होने की बात की। उन्होंने कहा कि एक अच्छे गुरु से शिष्य की जिंदगी बदल जाती है। उन्होंने कहा कि गुरु की सोच अच्छी हो तो विद्यालय ज्ञान का मंदिर बन जाता है। राज्यपाल ने कहा कि विद्यालय द्वारा बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण कराये जाएं व बच्चों की रुचि अनुसार पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों व प्रवृत्तियां को प्रेरित किया जाना चाहिए।

इस अवसर पर स्कूल के डायरेक्टर राजेश सिंह दयाल ने विद्यालय को मंदिर तथा सफलता को लक्ष्य नहीं जीवन यात्रा बताया। इस अवसर पर समाजसेवी अनार पटेल, जूनागढ़ के डिप्टी मेयर गिरीश कोटेचा, दार्शनिक व प्रेरक वक्ता रघुनाथ येमुल गुरुजी, पूर्व केंद्रीय मंत्री भारत सरकार डॉक्टर संजय सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश डॉ0 महेंद्र सिंह व विद्यालय के बच्चे अभिभावकगण आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र