देव दीपावली पर्व पर काशी में मां गंगा के गले में असंख्य दीपों का चंद्रहार,बिखरी इंद्रधनुषी छटा

 






—प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 20 लाख लोग इस अद्भुत पल का साक्षी बने

—गंगा की महाआरती पूरी भव्यता के साथ आपरेशन सिंदूर को समर्पित

वाराणसी,5 नवम्बर (हि.स.)। देव दीपावली पर्व पर बुधवार शाम उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी काशी (वाराणसी)में उत्तरवाहिनी गंगा के घाट लाखों दीपों की रोशनी ,फसाड लाइटों की इंद्रधनुषी छटा की दैवीय सरीखी आभा से दमक उठे। फूलों की सुगंध, वंदनवार, सजावट, आध्यात्मिक माहौल से पथरीले अर्धचंद्राकार घाटों पर लोगों को जमी पर चांद सितारे उतरने का एहसास हो रहा था। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य विशिष्ट जन भी इस अद्भुत पल के साक्षी बने।

नमोघाट से लेकर सामने घाट के बीच 84 से अधिक घाटों पर और गंगा उस पार रेती में 25 लाख से अधिक जलते दीयों की लड़ियां,उनकी गंगधार में अठखेलियां,चेतसिंह किलाघाट पर लेजर शो की अद्भुत छटा निहारने के लिए देशी विदेशी पर्यटक,स्थानीय नागरिक घाटों और गंगा में नावों पर पर जमे रहे। इस दौरान लोग घाटों पर ग्रीन आतिशबाजी के साथ,लेजर शो देख आह्लादित दिखे। पर्व पर गंगा घाटों के किनारे स्थित भवनों के आर्कषक विद्युत झालरों,फूलों से सजावट भी देखते बन रही थी। गंगा के प्राचीन दशाश्वमेध,दशाश्वमेध, राजेन्द्र प्रसाद घाट, पंचगंगा,नमोघाट और अस्सी घाट पर सर्वाधिक भीड़ देखी गयी। जहां दशाश्वमेध घाट पर आपरेशन सिंदूर को समर्पित देव दीपावली महोत्सव में गंगा की महाआरती में हजारों दीपों की अद्भुत नजारा दिखा। वहीं, 20 फीट ऊँची भव्य अमर जवान ज्योति की अनुकृति श्रद्धालुओं के लिए देश भक्ति की प्रेरणा दे रही थी।

गंगा सेवा निधि की तरफ से शहीद जवानों के बलिदान को नमन करने के लिए अमर जवान ज्योति की अनुकृति पर रिथलेईंग(श्रद्धांजलि ) दी गयी। 39 जी.टी.सी. बैंड की धुन पर गोरखा जवानों ने लास्टपोस्ट व गार्ड ऑफ आनर दिया । इसी के साथ सम्पूर्ण कार्तिक मास आकाश दीप प्रज्जवलन के कार्यक्रम का भी समापन हुआ। इसी क्रम में प्राचीन दशाश्वमेध घाट पर गंगोत्री सेवा समिति के अगुवाई में शाम ढलते ही वैदिक मंत्रोच्चार के बाद मां गंगा की 108 किग्रा की अष्टधातु की प्रतिमा की 151 लीटर दूध से दुग्धाभिषेक कर वैदिक ब्राम्हणों ने गंगा की महाआरती की। इस दौरान घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ। इसके पूर्व दुनिया के सबसे बड़े जलपर्व के खास लम्हों के साक्षी बनने दोपहर बाद से ही नागरिक और पर्यटकों का रेला गंगाघाटों पर उमड़ पड़ा।

दशाश्वमेध घाट पर सतरंगी विद्युत लड़िया, आतिशबाजी, फूलों के वन्दनवार से सजे गेट, रेड कारपेट पर गंगा आरती देख लाखों श्रद्धालु अभिभूत नजर आये। पर्व पर गंगा के दोनों किनारों पर लगभग 20 लाख से अधिक दीये जलाने से महसूस हो रहा था कि जैसे गंगा तट पर सितारे टांक दिये गये हो,गंगा के गले में ज्योति मालाओं की लड़ियां देख कार्तिक पूर्णिमा का चांद भी भूतभावन की प्रेयसी गंगा का स्वरूप देख नतमस्तक नजर आया। यह अलौकिक ,अद्भुत नजारा देख पर्यटकों के साथ नागरिक और वीवीआईपी अतिथि भी कैमरे और सेलफोन से फोटो लेने में जुटे रहे। पर्व पर पंचनद तीर्थ पंचगंगा घाट के 'हजारा दीप स्तंभ भी लोगों में आकर्षण का केन्द्र बना रहा। धर्म-अध्यात्म और राष्ट्रीय भावना से ओतप्रोत इस पर्व पर स्थानीय नागरिकों के चलते किसी घाट पर तिल रखने की भी जगह नहीं थी। लोगों ने दोपहर से ही घाटों पर बैठकर घंटों इस ऐतिहासिक क्षण की प्रतीक्षा की। हजारों लोगों ने गंगा में नाव,क्रूज,स्टीमर और बजड़े पर बैठ कर इस अद्भुत दृश्य को देखा। महादेव को स‍मर्पित इस विशिष्‍ट आयोजन में श्री काशी विश्‍वनाथ मंदिर के अलावा तिलभांडेश्‍वर महादेव, सारंगनाथ महादेव, बीएचयू स्थित विश्‍वनाथ मंदिर और दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर,कैथी चौबेपुर स्थित मारकंडेय महादेव में भी शाम होते ही असंख्‍य दीपों की लड़ियों ने समा बांध दिया।

—मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देव दीपावली पर्व का दीप प्रज्जवलित कर किया शुभांरभ

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नमोघाट पर देव दीपावली पर्व का उद्घाटन दीप जलाकर किया। इसके बाद गंगा नदी के लगभग आठ किलोमीटर के दायरे में दोनों किनारे एक-एक करके लाखों दीयो से जगमगा उठे। सदानीरा के घाटों पर चंद्रहार की तरह दीये और मकानों पर रंग बिरंगी विद्युत झालर झिलमिलाने लगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिखाने के लिए क्रूज भी धीमी गति से आगे बढ़ता रहा। गंगाघाटों पर मौजूद लोग मुख्यमंत्री को गंगा में देख हर—हर महादेव का उद्घोष कर उनका स्वागत करते रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी