पराली अवशेष जलाने पर 54 दोषी किसानों से होगी वसूली
झांसी, 02 नवम्बर(हि. स.)। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने जनपद की तहसीलों- मोंठ, सदर एवं टहरौली में किसानों द्वारा परंपरागत रूप से फसल अवशेष जलाने की प्रवृत्ति पर सख्ती से अंकुश लगाने तथा कुल 54 दोषी किसानों से वसूली के भी निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी के निर्देश पर उक्त तीनों तहसीलों के समस्त ग्रामों में विगत 01 माह से लगातार जन जागरूकता अभियान कृषि राजस्व एवं विकास, पंचायत राज विभाग द्वारा चलाया जा रहा है, जिसमें फसल अवशेष जलाने से कृषि एवं पर्यावरण को होने वाले व्यापक दुष्परिणामों के बारे में विभिन्न माध्यमों से अवगत कराया जा रहा है। इन सबके बावजूद कुछ लोगों की हठधर्मिता के कारण 02 नवम्बर तक फसलों के अवशेष जलाने की 54 घटनाएं सेटेलाइट के माध्यम से पकड़ी गई, जिन लोकेशन पर यह फसल अवशेष जलाने की घटनाएं हुई, उन सब दोषियों के खिलाफ संबंधित उप जिलाधिकारी को वसूली की कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि भविष्य में यदि सुधार नहीं किया जाता है तो इन दोषियों को प्राप्त हो रही सरकारी सुविधाओं एवं योजनाओं की जांच प्रारंभ करते हुए अपात्र पाए जाने पर प्राप्त सुविधाओं से वंचित किया जाएगा। 02 नवम्बर को जिलाधिकारी द्वारा जूम मीटिंग के माध्यम से निर्देशों के अनुपालन में आज प्राप्त 10 पराली जलाए जाने की घटनाओं से संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को नोटिस देते हुए वेतन रोके जाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी द्वारा यह भी निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे लोगों के खिलाफ नियमानुसार अन्य कठोर कार्रवाई भी की जाए और यह कार्यवाही निरंतर जारी रखने के लिए भी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अधिकारी व कर्मचारी भ्रमण के दौरान लोगों को जागरूक करें, खेत में पराली ना जलाएं। पराली जलाने से होने वाले नुकसान की भी जानकारी किसानों को दें, ताकि किसान खेत में आग लगाने से बच सकें। जूम मीटिंग में मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, उप कृषि निदेशक एमपी सिंह, जिला कृषि अधिकारी के के सिंह, विषय वस्तु विशेषज्ञ दीपक कुमार कुशवाहा सहित समस्त उप जिलाधिकारी,तहसीलदार, अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/महेश
/राजेश