संदेशखाली प्रकरण के विरोध में वाल्मीकि महासभा का प्रदर्शन

 


मेरठ, 07 मार्च (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली प्रकरण के विरोध में गुरुवार को वाल्मीकि समाज के लोगों ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। उन्होंने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर इस उत्पीड़न की जांच किसी दूसरे राज्य में कराने की मांग की।

वाल्मीकि महासभा के महानगर अध्यक्ष आचार्य राजकुमार वाल्मीकि के नेतृत्व में लोगों ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी कार्यालय में देकर उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं और उनके परिवारों पर हो रहे अत्याचारों का विरोध करते हैं। पहले ईडी के अधिकारियों पर हमला होने के बाद संदेशखाली की घटनाएं सामने आ सकी।

उन्होंने कहा कि बच्चों और महिलाओं के साथ बर्बरतापूर्वक व्यवहार,यौन उत्पीड़न,मारपीट की अनेक घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। केवल पश्चिम बंगाल के प्रशासन और पुलिस विभाग की नाकामी का यह नमूना नहीं है। इसमें धार्मिक और राजनीतिक मुद्दे भी है। इन घटनाओं में पश्चिम बंगाल की महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा की चिंताजनक स्थिति सामने आई है। स्थिति इतनी भयानक है कि कई दिनों से हो रहे अत्याचारों की घटनाओं के बाद भी पुलिस ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं की थी। आर्थिक, राजनैतिक तथा धार्मिक मुद्दों में महिलाओं को साधन बनाना अपमानजनक और निंदाजनक है।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हो रहे महिला एवं मानवाधिकारों के उल्लंघन पर तुरंत कड़ी कारवाई की जइाए। सभी पीड़ित महिलाओं, बच्चों एवं परिवारों को सुरक्षा एवं आर्थिक सहायता तुरंत प्रदान की जाए। महिलाओं पर होने वाले इन अत्याचारों के बारे कैमरों के सामने पूछताछ की जाए। निष्पक्ष जांच के लिए इन मामलों को दूसरे राज्य में स्थानांतरित किया जाए।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ.कुलदीप/राजेश