महोबा : लोकसभा चुनाव में फिर उठी जैतपुर को नगर पंचायत बनाने की मांग

 


महोबा,09 अप्रैल (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड की सबसे बड़ी आबादी वाली पंचायतों में शुमार महोबा जनपद की जैतपुर पंचायत को लंबे समय से नगर पंचायत के बनाने की मांग यहां के लोगों के द्वारा की जा रही है। पूर्व में घोषणा होने के बाद भी अभी तक नगर पंचायत का दर्जा नहीं मिल सका है। चुनाव की दस्तक होते ही एक बार फिर से नगर पंचायत की मांग उठने लगी है।

उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड का महोबा जिला 1995 में हमीरपुर जनपद से पृथक कर बनाया गया था। नया जनपद बनने के साथ ही जिले में जैतपुर ग्राम पंचायत को नगर पंचायत किए जाने की मांग ग्रामीणों द्वारा उठाई जाने लगी। ग्रामीणों की मांग को देखते हुए प्रशासन के द्वारा प्रस्ताव तैयार कर नगर पंचायत विकास मंत्रालय भेजा, लेकिन आज कुछ भी नहीं हो सका है। पूर्व में सरकार ने भी ऐलान किया था लेकिन धरा पर नगर पंचायत को लेकर कोई भी कार्य या सार्थक प्रयास नहीं किए गए, फलस्वरुप जैतपुर को नगर पंचायत बनाने का सपना अभी तक मूर्त रुप नहीं दिया जा सका है।

ग्रामीण कपिल प्रजापति, रज्जू रैकवार, नरेश सोनी, किरण पाठक आदि का कहना है कि यहां के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता कहे या उनकी कमजोर पैरवी होने के कारण अभी तक जैतपुर को नगर पंचायत का दर्जा नहीं मिल सका है। यहां जाम दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। इसका मुख्य कारण बाजार में व्यापारियों ने दुकानों के बाहर पटरी पर कब्जा करना है। यहां बाईपास ना होने से वाहन बस्ती से होकर गुजरते हैं जिससे आए दिन जाम लगता है। साप्ताहिक बाजार के दिन ग्रामीण क्षेत्र के लोग बाजार करने के लिए आते हैं, इस दिन जाम अधिक लगता है। बाईपास के माध्यम से जाम की समस्या से निजात मिल सकता है।

घोषणा तो हुई लेकिन नहीं मिला दर्जा

ग्रामीण सुभाष राजपूत का कहना है कि जैतपुर को नगर पंचायत का दर्जा मिलने से यहां संसाधनों में इजाफा होगा। जिससे यहां की व्यवस्थाएं बेहतर हो सकेगी। इसके साथ ही अगर जैतपुर को नगर पंचायत का दर्जा मिलता है तो यहां हाइड्रोलिक मशीन, जेसीबी मशीन, ट्रैक्टर टैंकर आदि संसाधनों में बढ़ोतरी होने से स्थानीय लोगों को उसका लाभ मिल सकेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ उपेंद्र/मोहित