उप्र में बादलों की आवाजाही से दिन का गिरा पारा, रात में हुई बढ़ोत्तरी

 


- उमस भरी गर्मी बरकरार, देर शाम तक गर्म हवाओं से लोग परेशान

कानपुर, 30 मई (हि.स.)। बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाएं और राजस्थान से आ रही गर्म हवाओं के मिलने से गुरुवार को मौसम का मिजाज बदल गया। इससे आसमान में बादलों की आवाजाही तेज हो गई और दिन का पारा गिरा। इससे उमस भरी गर्मी से लोग परेशान हैं। देर शाम तक गर्म हवाएं लोगों को परेशान करती रहीं। मौसम विभाग का कहना है कि लोगों को फिलहाल गर्मी से राहत नहीं मिलेगी और बने मौसमी सिस्टम से बौछारें पड़ सकती हैं।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने गुरुवार को बताया कि 30 मई को केरल और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में मानसून के आगमन के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती दिख रही हैं। उत्तर-पूर्व असम और उसके आस-पास के इलाकों में चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश में 1.5 किलोमीटर तक फैला हुआ एक चक्रवाती परिसंचरण है। उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश में चक्रवाती परिसंचरण से एक निम्न दबाव की रेखा उत्तरी मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़, झारखंड और निचले स्तरों पर पश्चिम बंगाल से होते हुए पश्चिमी बांग्लादेश तक फैली हुई है। पश्चिम मध्य अरब ओमान तट पर एक चक्रवाती परिसंचरण है। दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में अक्षांश 8° उत्तर के पास एक कतरनी क्षेत्र समुद्र तल से 4.5 और 5.8 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी से नम हवाएं आ रही हैं और थार मरुस्थल से गर्म हवाएं भी आ रही हैं। दोनों के टकराहट से बुन्देलखण्ड सहित मध्य उत्तर प्रदेश में आसमान बादलों से घिरा रहेगा और मेघ गर्जन के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।

उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 44.2 और न्यूनतम तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 33 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 21 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 5.8 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के बादल छाए रहने के आसार हैं किन्तु वर्षा की कोई संभावना नहीं है। दिन और रात के तापमान सामान्य से अधिक रहने के आसार हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/दिलीप