नशीली दवाएं वैश्विक स्वास्थ्य और जनकल्याण के लिए खतरा
प्रयागराज, 27 जून (हि.स.)। केंद्रीय चिकित्सालय, उत्तर मध्य रेलवे में मुख्य चिकित्सा निदेशक डॉ. एस.पी शर्मा ने कहा कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग के नुकसान को कम करने वाली रोकथाम रणनीतियों की और लागत प्रभावशीलता की समझ विकसित करें।
गुरूवार को केंद्रीय चिकित्सालय में आयोजित नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस पर सेमीनार एवं जागरूकता कार्यक्रम किया गया। मुख्य चिकित्सा निदेशक ने बताया कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस 2024 का विषय है “साक्ष्य स्पष्ट है : रोकथाम में निवेश करें“। इसके प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाएं।
अपर मुख्य स्वास्थ्य निदेशक प्रशासन डॉ. कल्पना मिश्रा ने कहा कि नशीली दवाओं का दुरुपयोग वैश्विक स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण के लिए एक बड़ा खतरा बना हुआ है। इसलिए इसकी रोकथाम और उपचार को प्राथमिकता देने और सहयोग करने के माध्यम से, हम नशीली दवाओं के दुरुपयोग से लड़ सकते हैं और लोगों को खुशहाल, स्वस्थ जीवन जीने में मदद कर सकते हैं।
डॉ. रोहित कुमार ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के साथ कहा कि सामूहिक कार्रवाई और साक्ष्य-आधारित समाधानों के प्रति प्रतिबद्धता से, हम एक ऐसी दुनिया बना सकते हैं जहां व्यक्ति स्वस्थ, पूर्ण जीवन जीने के लिए सशक्त हों। इसमें 78 लोगों ने प्रतिभाग किया।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/सियाराम