दिव्य अनुभूति मेला'' में दूसरे दिन आयोजित हुईं कई प्रतियोगिताएं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम

 


लखनऊ, 02 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सरकार के दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा राज्य निधि योजना के अंतर्गत दिव्यांगजनों को एक ही स्थल पर एकत्रित कर उनके हुनर, कला को सम्मान देना तथा समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य से दिव्यांगजन द्वारा बनाये गये चित्रों, हस्तकला आदि सहित उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए चार दिवसीय प्रदर्शनी एवं कार्यशाला (दिव्य अनुभूति मेला) 04 मार्च तक लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में आयोजित किया जा रहा है।

मेला के दूसरे दिन दिव्यांगजनों द्वारा सुधा चन्द्रन नृत्य प्रतियोगिता (सामूहिक एवं एकल), फेस पेन्टिंग प्रतियोगिता, ओपन चेस प्रतियोगिता एवं विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रस्तुतीकरण किया गया। इसके अतिरिक्त स्पर्श राजकीय दृष्टि बाधित बालिका इण्टर कॉलेज, मोहान रोड, लखनऊ में अध्ययनरत दृष्टिबाधित छात्राओं ने विभिन्न गीतों (झूमर-झूमर, देश रंगीला-रंगीला, बच्चे मन के सच्चे, नानी तेरी मोरनी को चोर ले गया, राम भक्त ले चला राम की निशानी) को प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया।

दिव्य अनुभूति मेला में जनपद लखनऊ सहित अन्य प्रदेशों के विभिन्न स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा विभिन्न प्रकार के स्टॉल लगाकर दिव्यांगजन द्वारा बनाये गये चित्रों, हस्तकला आदि सहित उत्पादों को प्रदर्शित किया गया है।

प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप ने शुक्रवार को मेले का शुभारम्भ किया था।

हिन्दुस्थान समाचार/पीएन द्विवेदी/मोहित