तीसरी रेलवे लाइन का सीआरएस निरीक्षण पूर्ण, स्पीड ट्रायल के बाद मिलेगी ट्रेन संचालन की हरी झंडी

 


गोंडा से बुढ़वल जंक्शन तक निर्मित तीसरी रेलवे लाइन का अधिकारियों ने किया निरीक्षण

बाराबंकी 5 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के गोंडा से बुढ़वल जंक्शन तक निर्मित तीसरी रेलवे लाइन का शुक्रवार को रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) प्रणजीत सक्सेना ने गोरखपुर व लखनऊ टीमों के साथ निरीक्षण किया। यह निरीक्षण रेलवे सुरक्षा मानकों और तकनीकी गुणवत्ता की कसौटी पर इस नई लाइन को परखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

सीआरएस की टीमें, जो लखनऊ–गोरखपुर मार्ग से पहुंची थीं, उन्होंने दोपहर को घाघरा घाट स्टेशन से चरणबद्ध तरीके से निरीक्षण शुरू किया। इस दौरान ट्रैकों, पुलों, स्लीपरों, वेल्डिंग जॉइंट्स, सिग्नलिंग सिस्टम और इलेक्ट्रिकल फिटिंग्स का गहन परीक्षण किया गया। करीब 2 बजे सीआरएस टीम घाघरा घाट स्टेशन से नई लाइन के प्रत्येक हिस्से का बारीकी से मुआयना करते हुए आगे बढ़ीं। चौकाघाट स्टेशन के आस-पास नवनिर्मित ट्रैक और संरचनाओं की विशेष गंभीरता से जाँच की गई। निरीक्षण के दौरान लेवल क्रॉसिंग, पुलों और अन्य संवेदनशील बिंदुओं की मजबूती का भी आकलन किया गया।

दोपहर करीब 3:30 बजे सीआरएस प्रणजीत सक्सेना ने नवागत चौकाघाट रेलवे स्टेशन परिसर का निरीक्षण किया और विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ विस्तृत वार्ता की। इसके बाद टीम पटरियों के साथ-साथ चलते हुए बुढ़वल जंक्शन पहुँची और पूरी लाइन की तकनीकी जाँच को अंतिम रूप दिया।

रेलवे विभाग के अधिकारियों ने बताया कि निरीक्षण सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद अब तीसरी रेलवे लाइन पर स्पीड ट्रायल किया जाएगा। इस ट्रायल के सफल रहने पर ही ट्रेन संचालन की मंजूरी प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक गौरव अग्रवाल, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी शिल्पी कनौजिया, एसआईबी गोंडा के कमलेश सिंह, वरिष्ठ परिचालन अधिकारी और वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर टीआरडी समेत बड़ी संख्या में रेलवे अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / पंकज कुमार चतुवेर्दी