शारदीय नवरात्र के महानवमी तिथि पर पूजा पंडालों में आस्था का जनसैलाब
—बंगाली पंडालों में ढाक और धुनुची नृत्य से मां की आराधना
वाराणसी, 11 अक्टूबर (हि.स.)। शारदीय नवरात्र की महानवमी पर शुक्रवार को शाम ढलते ही काशी पुराधिपति की नगरी में स्थापित दुर्गा पूजा पंडालों में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। पूजा पंडालों की ओर लाखों श्रद्धालु उमड़े तो शहर की प्रमुख सड़कें, गलियां जाम हो गईं। जैसे-जैसे रात होने लगी पंडालों में और उस ओर जाने वाली सड़कों पर लोगों की भीड़ बढ़ती गई। लोग पूरी रात जगकर पैदल ही परिजनों और बच्चों के साथ पंडालों में मां दुर्गा के भव्य मूर्तियों के साथ आकर्षक विद्वयुत सजावट को देखेंगे। शाम से ही शहर के प्रमुख पूजा पंडाल हथुआ मार्केट, सनातन धर्म इंटर कालेज, बाबा मच्छोदरनाथ, जैतपुरा बागेश्वरी देवी में सजे पंडाल देखने के लिए पहुंचते रहे।
लक्सा, जंगमबाड़ी, सोनारपुरा, भेलूपुरा, शिवाला, गोदौलिया, मैदागिन, चौक, बीएचयू, चेतगंज, नई सड़क, अर्दली बाजार, नदेसर, शिवपुर, चांदपुर, मंडुवाडीह, लहरतारा में स्थित दुर्गा पूजा पंडालों में श्रद्धालु का रेला दिखा। सोनारपुर, बंगाली टोला, पांडेय हवेली में स्थित बंगीय पंडालों की रौनक तो अलग ही नजर आ रही थी। धुनुची नृत्य और ढाक की थाप पर आयोजित सांस्कृतिक आयोजन में कलाकारों के साथ समाज के लोग थिरकते रहे। भारत सेवा आश्रम संघ सिगरा और रामकृष्ण मिशन लक्सा में हवन देखने के लिए बड़ी संख्या में बंगीय समुदाय के लोग पहुंचे।
तीन दिवसीय दुर्गा पूजनोत्सव के आखिरी दिन पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी हो गई कि नियंत्रित करने के लिए पुलिस और पूजा समितियों के सदस्यों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। तीन दिवसीय पर्व में काशी की हर गली को झालरों से सजाया गया था, जिसे देखने के लिए लोग देर रात तक सड़कों में घूमते दिखे। महापर्व पर पूजा पंडालों और सड़कों पर भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। प्रसिद्ध पंडालों के पहले ही वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित किया गया है। जिले के कुल 648 पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमाओं के दर्शन के लिए पूजा समितियों ने भी इंतजाम किए हैं।
लहुराबीर हथुआ मार्केट के पंडाल में स्वर्वेद मंदिर काे निहारने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ सबसे अधिक दिखी। इस पंडाल में दर्शन के लिए लहुराबीर से चेतगंज और पिशाचमोचन तक लोगों की भीड़ दिखी। इसी तरह सनातन धर्म इंटर कॉलेज नई सड़क में शीशमहल में विराजमान महादेव के अर्धनारीश्वर रूप को देखने के लिए भारी भीड़ जुटी रही। जैतपुरा स्थित मां बागेश्वरी देवी के पूजा पंडाल में आदियोगी के धाम में विराजमान मां दुर्गा की आकर्षक प्रतिमा देख लोग आह्लादित दिखे। शिवपुर में मां कामाख्या देवी के मंदिर के रूप में बना पंडाल भी आकर्षण का केंद्र रहा।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी