जौनपुर में पांच और फर्जी दवा फर्मों पर शिकंजा, डीआई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज

 


जौनपुर, 30 दिसम्बर (हि.स.)। यूपी के जौनपुर में नशीली दवाओं के अवैध कारोबार के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है। इसी क्रम में जिला औषधि निरीक्षक (डीआई) रजत कुमार पांडेय ने मंगलवार को नगर कोतवाली में पांच अन्य फर्जी दवा फर्मों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है।

इससे पहले शैली ट्रेडर्स समेत जनपद के 12 मेडिकल प्रतिष्ठानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। ताजा कार्रवाई से दवा कारोबारियों में जबरदस्त हड़कम्प मच गया है। प्रदेश के आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, लखनऊ के निर्देश पर की जा रही इस कार्रवाई का उद्देश्य कोडीन युक्त खांसी की दवाओं के नशे के रूप में हो रहे दुरुपयोग पर प्रभावी रोक लगाना है।

औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय ने बताया कि कफ सिरप का चिकित्सकीय प्रयोग न कर, अवैध रूप से नशे के लिए व्यापार किया जाना गंभीर अपराध है, जिस पर सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। जांच में सामने आया है कि दिल्ली स्थित फर्म शैली ट्रेडर्स तथा झारखंड के रांची से संचालित फर्मों द्वारा भारी मात्रा में कोडीन युक्त नया फेन्सेडिल कफ सिरप जौनपुर की एक मेडिकल एजेंसी के माध्यम से बेचा गया। जबकि संबंधित एजेंसी मौके पर संचालित ही नहीं पाई गई।इस अवैध कफ सिरप की अनुमानित कीमत करीब 7 करोड़ रुपये आंकी गई है।

वहीं इस मामले में एएसपी गोल्डी गुप्ता ने बताया कि इन पांचों फर्मों के विरुद्ध दी गई तहरीर को पूर्व में दर्ज एफआईआर में समायोजित करते हुए प्रकरण की विवेचना एवं वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। जांच में यह भी सामने आया है कि औषधि अनुज्ञप्ति की आड़ में कूटरचित बिलों के सहारे कफ सिरप को गैर-चिकित्सकीय प्रयोग हेतु खुले बाजार में बेचा गया।ड्रग लाइसेंस के खुलेआम उल्लंघन के आरोप में जिन पांच फर्मों के खिलाफ मुकदमे की तैयारी की गई है, उनमें न्यू मिलन सुपर फार्मा,मिलन मेडिकल हॉल, चित्रांशी ब्रदर्स, नितेश मेडिकल एजेंसी, ए.के.फार्मा मेडिकल एजेंसी शामिल हैं। आरोप है कि इन फर्मों के संचालकों ने कोडीन युक्त कफ सिरप की सप्लाई नशे के सौदागरों को की और इसके जरिए करोड़ों रुपये का अवैध लेनदेन किया।

जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आरोपी कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई एक नजीर बनेगी। डीआई ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वयं पूरे मामले की निरंतर समीक्षा कर रहे हैं और शासन का स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी आरोपी को बख्शा न जाए।

हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव