संविधान बचाओ संवाद में तीखे तेवर, वोट चोरी को बताया लोकतंत्र के लिए खतरा
सीतापुर, 20 दिसंबर (हि.स.)। शनिवार को मिश्रिख में आयोजित “संविधान बचाओ संवाद” कार्यक्रम में सत्ता और विपक्ष दोनों पर तीखे हमले किए गए। संविधान, मताधिकार और दलित-वंचित समाज के अधिकारों पर हो रहे कथित हमलों को लेकर वक्ताओं ने भाजपा और सपा दोनों को कठघरे में खड़ा किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कांग्रेस जिला महामंत्री हसीना खातून ने की।
मेला मैदान में आयोजित इस सभा में मुख्य अतिथि सीतापुर सांसद राकेश राठौर ने कहा कि मिश्रिख में भाजपा संविधान को “लाठी पर टांगकर” लोकतंत्र को कुचलने पर आमादा है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस सुनीता चौधरी के नेतृत्व में वैकल्पिक राजनीति का नया रास्ता गढ़ रही है। सांसद ने आरोप लगाया कि भाजपा जानबूझकर डॉ. अंबेडकर, नेहरू और गांधी पर हमले कर रही है, क्योंकि ये तीनों महापुरुष उसकी “वैचारिक तानाशाही” के सबसे बड़े अवरोध हैं।
मुख्य वक्ता डॉ. बृजबिहारी ने वोट चोरी को लोकतंत्र और संविधान पर सबसे बड़ा हमला बताते हुए कहा कि इसी के बल पर भाजपा जनता की रोटी और रोजगार छीनना चाहती है। उन्होंने सपा पर भी तीखा तंज कसते हुए कहा कि सपा-भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
कार्यक्रम की आयोजक जिला पंचायत सदस्य सुनीता चौधरी ने कहा कि मिश्रिख में सपा और भाजपा दोनों भ्रष्टाचार में डूबी हैं और क्षेत्र के विकास के लिए दोनों को खदेड़ना जरूरी है। आईपीएफ नेता सुनीला रावत ने कहा कि भाजपा जनता को कुचल रही है और जो सपा खुद को नहीं बचा पा रही, वह जनता की रक्षा क्या करेगी।
कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष शिवप्रकाश सिंह ने सीतापुर को “संविधान के हत्यारों की चरागाह” न बनने देने की बात कही। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रधान, पूर्व प्रधान, बीडीसी सदस्य और हजारों अंबेडकरवादी मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / Mahesh Sharma