उप्र में न्यूनतम तापमान गिरने से चल रही शीतलहर

 


- कानपुर में दूसरे दिन भी रहा तीन डिग्री सेल्सियस तापमान

कानपुर, 13 जनवरी (हि.स.)। हिमालय से आ रही सर्द पछुआ हवाएं गंगा के मैदानी इलाके का न्यूनतम तापमान लगातार कम कर रही हैं। कानपुर में तो लगातार आज (शनिवार) दूसरे दिन भी न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

यही नहीं कई जनपदों में तीन से पांच के बीच रहा, जिससे शीतलहर लोगों को कपकपा रही है। मौसम विभाग का कहना है कि अभी तीन दिन तक शीतलहर का प्रकोप बना रहेगा और पाला पड़ने से रवी की कुछ फसलों में नुकसान भी हो सकता है।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शनिवार को बताया कि 15 जनवरी के आसपास पूर्वोत्तर मानसून की समाप्ति के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के इलाकों पर है। एक और पश्चिमी विक्षोभ 16 जनवरी को पश्चिमी हिमालय के करीब पहुंच सकता है।

मौसम की इन गतिविधियों से उत्तर प्रदेश में पर्याप्त नमी होने के चलते धुंध और कोहरा बरकरार है। हालांकि धूप निकलने से कोहरा जल्दी छट रहा है लेकिन पछुआ हवाओं के चलने से दिन में भी गलन बरकरार है और लोग घरों पर दुबकने को मजबूर हैं। इन पछुआ हवाओं का असर उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार तक बना हुआ है और न्यूनतम तापमान गिरने से शीतलहर बनी हुई है।

उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम 18.4 और न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 97 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 62 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं दक्षिण पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 2.1 किमी प्रति घंटा रही।

मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों आसमान साफ रहने के कारण वर्षा की कोई संभावना नहीं है।प्रातःकाल एवं रात्रि के समय शीत लहर/घने कोहरा छाये रहने के आसार है। नया पश्चिमी विक्षोभ के कारण ऊँचे बादल छा सकते हैं, रात के तापमान थोड़ा बढ़ सकते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/दीपक/मोहित